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नई जमीन तलाशती राजनीति-- बद्रीनारायण

चुनावी राजनीति में कई बार छोटी दिखने वाली राजनीतिक पार्टी या राजनीतिक शक्ति महत्वपूर्ण हो उठती है। लोकतांत्रिक संयोग उसे सहसा महत्वपूर्ण बना देता है। कुछ सप्ताह पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव का पूरा विमर्श दो दलों- कांगे्रस और भाजपा पर केंद्रित था। चुनाव के बाद उपजी स्थितियों के कारण सहसा जनता दल (सेकुलर), जो तीसरे नंबर की पार्टी थी, महत्वपूर्ण हो उठी। इस घटना का दूसरा महत्वपूर्ण निहितार्थ राष्ट्रीय स्तर...

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बस्तर : गांवों से मूलभूत सुविधाएं दूर, लेकिन शिक्षा से बदलेगी तस्वीर

मोहम्मद इमरान खान, बस्तर। प्रदेश के आदिवासी बहुल बस्तर संभाग के विकास के लिए प्रदेश से लेकर दिल्ली तक की सरकार योजनाएं बनाकर अधोसंरचना विकास और मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने पर काम कर रही है। इस संभाग का नारायणपुर जिला ऐसा है, जहां मुख्यालय तक विकास सिमटकर रह गया है। घोषणाएं तो जिले के दूसरे गांवों के लिए भी हुईं, लेकिन आज तक ग्रामीण विकास की राह ताक रहे हैं।...

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बस्तर से गायब हो रहा है देशी थर्मस तुम्बा !

भानपुरी , बस्तर l बस्तर अपने प्राकृतिक संसाधनों और कुछ प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं के कारण अपने आप मे प्रसिद्ध है , बस्तर में यहां के आदिवासियों के जीवन में प्रकृति का सबसे ज्यादा योगदान रहता है। जहां आज हम प्लास्टिक, स्टील एवं अन्य धातुओं से बने रोजमर्रा की वस्तुओं का उपयोग करते है वहीं बस्तर में आज भी आदिवासी प्राकृतिक फलों , पत्तियों एवं मिटटी से बने बर्तनों का ही...

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CG : उद्योग के लिए अधिग्रहित जमीन वापस मांग रही जनता

विनोद सिंह, चित्रकोट। बस्तर की चित्रकोट विधानसभा सीट नक्सलवाद की समस्या से मुक्ति पाने और विकास की दौड़ में शामिल होने के लिए संघर्ष कर रही है। टाटा के स्टील प्लांट से क्षेत्र को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन विवाद के बाद 2016 में टाटा ने प्लांट लगाने से इन्कार कर दिया। अब स्टील प्लांट के लिए अधिगृहित की गई जमीन किसान वापस मांग रहे हैं। किसान अपने खेत के लिए पानी...

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निजीकरण नहीं वनों का हो कायाकल्प-- रामचंद्र गुहा

पैंतालीस साल पहले अलकनंदा घाटी के ग्रामीणों ने जब जंगल से पेड़ काटकर ले जाने वालों को रोका, तो किसी ने सोचा न होगा कि यहीं से चिपको आंदोलन की नींव पड़ने जा रही है। एक ऐसा किसान आंदोलन, जिसने भारत में वनों के व्यावसायिक दोहन पर सबका ध्यान खींचा। चिपको आंदोलन का ही यह असर था कि वनाधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ी। गढ़चिरौली, बस्तर, सिंहभूम और पश्चिमी घाट सहित...

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