सुनील भाई से जब भी मिला, जहां भी मिला उन्हें एक जैसा ही पाया. वे रंग बदलनेवाले और रंग दिखानेवाले समाजवादी नहीं थे. उन्हें देख कर और याद कर मुक्तिबोध की बौद्धिकों पर व्यंग्य में की कही गयी कविता की पंक्तियां पलट कर कहने का मन करता है. मुक्तिबोध ने आज के बुद्धिजीवियों के लिए कहा था- ‘उदरंभरि अनात्म बन गये, भूतों की शादी में कनात से तन गये, लिया बहुत...
More »SEARCH RESULT
कभी स्वर्ग, आज वीरान!- हरिवंश
वेतन लाखों में हो गये. लेकिन वेतन बढ़ने से वास्तविक उत्पादन या आय पर क्या असर हुआ, इसे जांचने का कोई विश्वसनीय मेकेनिज्म नहीं है. अमेरिका के डेट्रायट शहर में यही हुआ. पेंशन का बोझ बढ़ता गया. रिटायर लोगों की पेंशन, नये नियुक्त लोगों की तनख्वाह से कई गुना अधिक. ऊपर से शहर की सरकार ने बाहर से कर्ज लेना जारी रखा. कर्ज अगर भोग-विलास के लिए लिया जाये, तो दुर्दशा...
More »लखीमपुर: महिला तस्करी की नई राजधानी- प्रियंका दुबे
रह्मपुत्र और सुबनसिरी जैसी विशाल नदियों के बीच बसा असम का लखीमपुर जिला पहली नजर में खुशहाल इलाका दिखता है. ढलानों पर पसरे चाय-बागान, दूर तक फैले धान के खेत और पानी से लबालब सैकड़ों तालाब. लेकिन सतह को थोड़ा ही कुरेदने पर इस खुशनुमा तस्वीर के पीछे की भयावह सच्चाई दिखती है. पता चलता है कि बागानों में चाय की पत्तियां तोड़ते मजदूरों और पानी में डूबे खेतों में...
More »रेवाड़ी रैली: चौटाला ने खेला किसान और महिला कार्ड
रेवाड़ी। इनेलो प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 33 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देगी। साथ ही अधिग्रहण में ली जमीन किसानों को वापस की जाएगी। यहां के हुडा मैदान में पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 99वीं जयंती पर चौटाला ने कहा कि आज हालात इतने बेकाबू हो चुके हैं कि कांग्रेस सरकार श्मशान घाट पर भी टैक्स लगा दे तो कोई हैरानी की...
More »महिलाओं ने संभाली श्मशान घाट
राजधानी से 30 किमी पश्चिम गंगा नदी के किनारे बसा एक छोटा सा शहर है मनेरशरीफ. यहां से तीन किमी उत्तर-पश्चिम एक गांव है हल्दीछपरा. एक तरफ मनेरशरीफ को मखदूम शाह यहिया मनेरी और अनेक सूफी-संतों की स्थली के लिए प्रसिद्धि प्राप्त है, दूसरी तरफ मनेर के हल्दीछपरा के इलाकों को पवित्र नदियां सोन, गंगा व सरयूग के संगम के कारण भी अलग पहचान हासिल है. यहां एक अनूठा श्मसान...
More »