SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 276

संकट में अन्नदाता

भोपाल. वे कभी गांव के जमींदार थे, अच्छा खासा रसूख था। सुखी परिवार था, मिल जुलकर रहते थे, लेकिन आज हालात बदले हुए हैं। अब न ही रुतबा है, न ही जमीन और न ही जिंदगी बसर करने के लिए पैसे। ये कहानी है, भोपाल से सटे गांव पुरा छिंदवाड़ा के किसानों की। भोपाल जिले में हाल ही में उजागर हुए हजार एकड़ जमीन के घोटाले में कई किसान धोखाधड़ी...

More »

हाईब्रिड बीजों से किसानों को 8 करोड़ का नुकसान

रायपुर.हाईब्रिड बीजों के कारण राज्य के किसान एक बार फिर मुसीबत में हैं। प्याज, गोभी और टमाटर के बाद अब धान के हाईब्रिड बीजों ने किसानों की गाढ़ी कमाई पर पानी फेर दिया है। राज्य सरकार ने शुरुआती जांच में धान के पैदावार में 60 प्रतिशत के नुकसान का अनुमान लगाया है। इस साल प्रदेश में 1430 हेक्टेयर में हाईब्रिड बीजों से धान की फसल लगी है। बीज निगम ने किसानों को...

More »

बासमती निर्यातकों की पौ बारह

हिसार. पकिस्तान में बाढ़ भारत के बासमती उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। इराक, ईरान, कुवैत, सऊदी अरब, मस्कट, शारजहां सहित यूरोप के कई देशों में पकिस्तानी बासमती का जबरदस्त क्रेज है। इस बार बाढ़ के कारण पकिस्तानी बासमती धान की फसल लगभग नष्ट हो गई है। इससे कृषि वैज्ञानिकों को खुशबूदार भारतीय बासमती के निर्यात और मूल्य में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद ...

More »

मांग के कंधे पर बैठी महंगाई

नई दिल्ली [अंशुमान तिवारी]। कदम रुके थे, पैर में बंधा पत्थर तो जस का तस था। महंगाई गई कहां थी? अर्थव्यवस्था मंदी से निढाल होकर बैठ गई थी इसलिए महंगाई का बोझ बिसर गया था। कदम फिर बढ़े हैं तो महंगाई टांग खींचने लगी है। मुद्रास्फीति का प्रेत नई ताकत जुटा कर लौट आया है। मंदी के छोटे से ब्रेक के बीच महंगाई और जिद्दी, जटिल व व्यापक हो...

More »

अनाज उत्पादन में रिकार्ड बढ़त की संभावना-एफएओ

फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाईजेशन (एफएओ) द्वारा जून महीने में प्रकाशित द फूड आऊटलुक में कहा गया है कि साल २०१०-११ में दुनिया में अनाज का उत्पादन २२७९.५ मिलियन टन होने की संभावना है जो कि अपने आप में एक रिकार्ड बढत है। पिछले साल २२५३.१ मिलियन टन अनाज उत्पादन हुआ था और इसकी तुलना में साल २०१०-११ का उत्पादन १.२ फीसदी ज्यादा है। एफएओ के मुताबिक अनाज के उत्पादन में...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close