होशंगाबाद (ब्यूरो)। मौसम की मार से परेशान किसानों को मूंग की फसल से कुछ उम्मीद बंधी थी, लेकिन जिले के सिवनी-मालवा क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को मूंग की फसल भी दगा दे गई। क्षेत्र के करीब सात हजार एकड़ रकबे की मूंग की फसल पकने की बजाय अभी तक खेतों में लहलहा रही है। किसान फसल का यह हाल देख परेशान हैं। कुछ किसानों ने मूंग में दवाई डालकर पकाने...
More »SEARCH RESULT
पालतू जानवर खा गए रिसर्च के लिए लगाई 50 लाख की फसल!
अतुल शुक्ला, जबलपुर। रिसर्च के लिए साउथ एशिया, मैक्सिको, कॉरनेट यूनिवर्सिटी, चायना और वियतनाम जैसे देशों से गेहूं और मक्के के हाइब्रिड बीज मांग गए थे। टेस्टिंग के लिए इन्हें खेतों में बो कर कृषि वैज्ञानिक बेहतर परिणाम निकालते कि इससे पहले ही गांव के पालतू जानवर इस फसल को चट कर गए। यह हाल बिसा इंस्टीट्यूट की रिसर्च का है। वैज्ञानिकों के मुताबिक पिछले दो साल में जानवरों से...
More »अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था- अविनाश कुमार चंचल
दुनियाभर के पर्यावरण विशेषज्ञ 2014 को अलनीनो का साल मान रहे हैं. अगर सच में यह साल अलनीनो के प्रभावों वाला होगा, तो यह भारत सहित समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बन सकती है. भारतीय मौसम विभाग ने भी इस साल मॉनसून में कमी का अनुमान जताया है. अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नजर डाल रहा है आज का नॉलेज. पर्यावरण के गंभीर खतरों के बीच...
More »निर्मल गंगा की सार्थक धारा- जैको वल्विस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सबसे पवित्र नदी को साफ करने का वादा किया है। वाराणसी से चुनाव लडम्कर एक तरह से उन्होंने इस असंभव से लगने वाले मुद्दे पर अपने राजनीतिक भविष्य को दांव पर लगा दिया। गंगा की जो हालत है, वह भारत के अंतर्विरोधों का सबसे अच्छा उदाहरण है। एक तरफ तो देश की इस सबसे पावन नदी की लोग पूजा करते हैं, इसके जल को सबसे पवित्र...
More »नयी सरकार के सामने गांव के पुराने मुद्दे- पंचायतनामा डेस्क
16 मई को देश में लोकसभा चुनाव का परिणाम आ गया है. देश को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मिलने जा रही है. भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने चुनाव अभियान के दौरान अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर राजनीतिक हमले के साथ विकास के मुद्दे को फोकस किया. उन्होंने कृषि, ग्रामीण रोजगार, शौचालय जैसे अहम मुद्दों की चर्चा प्रचार अभियान के दौरान की. हम अपनी आमुख कथा में गांव-पंचायत...
More »