भोपाल. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर साढ़े तीन वर्ष पूर्व लागू हुई लाड़ली लक्ष्मी योजना ने सर्वाधिक लोकप्रियता अर्जित की है। योजना की सफलता को स्वीकारते हुए देशभर ने इसकी सराहना की है। उत्तरप्रदेश और नई दिल्ली जैसे राज्यों ने भी इसे अपने यहां लागू कराया है। मध्यप्रदेश में अब तक इस योजना से 5 लाख 53 हजार 523 बालिकाएं लाभान्वित हुई है। योजना के तहत पंजीकरण के समय...
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सिकलसेल एनीमिया पर रोक को चले वैश्विक अभियान
रायपुर। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा है कि सिकलसेल एनीमिया से निपटने के लिए विकासशील देश वैश्विक अभियान चलाएं। कलाम ने सोमवार को यहां पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के सभागार में चतुर्थ अंतरराष्ट्रीय सिकलसेल सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि भारत सहित अफ्रीकी तथा अन्य विकासशील देशों में बड़ी संख्या में लोग इस रोग से ग्रसित है। उन्होंने विकासशील देशों के सामने सिकलसेल एनीमिया...
More »खाद्य सुरक्षा- अधूरी पहल
महीनों की बातचीत के बाद राष्ट्रीय सलाहकार परिषद ने एक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा बिल की सिफारिश कर दी है। यह बिल मुख्य अनाज के लिए आम लोगों के कानूनी अधिकार को पहले सोचे गए स्तर से भी नीचे ला देता है। और इस तरह परिषद ने भूख समाप्त करने के लिए सर्वजनीन सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से संगठित प्रयास शुरू करने का ऎतिहासिक अवसर खो दिया है। भारत में अनाज...
More »रोटी की बहस और बहस की जमीन- चंदन श्रीवास्तव
सलाह मिल गयी है. खाद्य-सुरक्षा विधेयक का मसौदा अपनी परिणति तक आ पहुंचा है. लोग जान गये हैं कि यूपीए सरकार ना सही सबको तो भी कम-से-कम 80 फ़ीसदी लोगों को सस्ता अनाज देने जा रही है. लोग खुश हैं या नहीं, कहा नहीं जा सकता. भोजपुरी में एक कहावत है-ये सूरदास घीव कड़कड़ाईल बा और सूरदास का जवाब कि थरिया में पड़ो तब नू. खाद्य-सुरक्षा के मामले में जनता-जनार्दन...
More »मुआवजे को लेकर संसद घेरने पहुंचे किसान
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में यमुना एक्सप्रेस वे के लिए अधिगृहीत जमीन के वास्ते अधिक मुआवजे की मांग को लेकर गुरुवार को हजारों किसान संसद का घेराव करने करने के लिए दिल्ली में जमा हुए। राष्ट्रीय लोकदल [रालोद] के नेता अजीत सिंह, जयंत चौधरी और अन्य किसान नेताओं का उनको संबोधित करने का कार्यक्रम है। राजधानी के कई इलाकों में यातायात की समस्या पैदा होने की आशंका है क्योंकि हजारों...
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