गरीब-विरोधी होने की धारणा से भले ही मोदी सरकार लड़ने का दावा कर रही हो, मगर अंत्योदय अन्य योजना को लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली से चरणबद्ध तरीके से बाहर निकालने का फैसला कर उसने गरीबों को एक बड़ा झटका दिया है। यह कदम अन्यायपूर्ण और अवैध है। अंत्योदय योजना के तहत गांवों के अत्यधिक गरीब परिवारों को 35 किलो खाद्यान्न नाममात्र की कीमतों (चावल तीन रुपये प्रति किलो और गेहूं दो...
More »SEARCH RESULT
हरियाणा--- राशनकार्ड से जुड़ा बेहद अहम सरकारी फरमान
हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति राज्यमंत्री कर्णदेव काम्बोज ने कहा है कि जरूरतमंद एवं गरीब लाभार्थियों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के लिए चार रंगों के राशन कार्ड बनाए जाएंगे ताकि उन्हें राशन प्राप्त करने में आसानी हो सके। काम्बोज ने बताया कि प्रदेश के लाभार्थियों को पांच भागों में बांटा गया है। इनमें गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल), अन्य प्राथमिक घरेलू (ओपीएच), राज्य गरीबी रेखा से नीचे (एसबीपीएल), केन्द्रीय गरीबी रेखा...
More »दालों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा, बोनस भी मिलेगा
नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को साल 2015-16 की खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का एलान कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इसे मंजूरी दे दी है। सोयाबीन की एमएसपी में 40 रुपए की बढ़ोतरी की है। इसकी एमएसपी अब 2,560 की जगह 2,600 रुपए प्रति क्विंटल होगा। यह बढ़ोतरी केवल पीली सोयाबीन पर लागू होगी। तुअर की एमएसपी में 75...
More »चीन से आगे जाने का मतलब- मधुरेन्द्र सिन्हा
बीती सदी के नब्बे के दशक में जब जर्जर भारतीय अर्थव्यवस्था को तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंहराव के वित्त मंत्री ने अमरबूटी पिलाई थी, तो किसी को एहसास भी नहीं था कि यह दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार हो जाएगी। विदेशों में बने टीवी, फ्रिज को देखकर ललचाते हुए मध्यवर्ग ने सोचा भी नहीं था कि भारत ऐसे सामान के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक बन जाएगा। यह...
More »कहीं दाल, प्याज न बिगाड़ दे महंगाई की गणित
नई दिल्ली। थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई की दर लगातार सातवें महीने शून्य से नीचे रही है। मई, 2015 में यह शून्य से 2.34 फीसद नीचे रही। लेकिन, जिस तरह से दालों और प्याज की कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है वह सरकार के लिए चिंता का कारण है। इसके बावजूद जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में थोक महंगाई की स्थिति में कोई बहुत बड़ी...
More »