फिनलैंड के युवाओं में फिनिश प्राइमरी स्कूल टीचर एजुकेशन प्रोग्राम बहुत लोकप्रिय है। हर वर्ष इस प्रोग्राम के लिए 10 में से एक ही आवेदक का चयन होता है। जिनका चयन होता है, उन्हें करीब पांच-छह साल तक पढ़ाई करना पड़ती है और तब जाकर उन्हें पढ़ाने का यानी शिक्षक बनने का मौका मिलता है। फिनलैंड में शिक्षक बनने के लिए युवाओं को बेहद कड़े टेस्ट से गुजरना पड़ता है।...
More »SEARCH RESULT
तीन तरीकों से बनाएं अपनी शिक्षा व्यवस्था बेहतर - अनुराग बेहर
पहला कदम तो यह कि हमें उस शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना होगा और उसे पूरी तरह बदलना होगा, जिससे भविष्य के शिक्षक होकर गुजरते हैं। इसे सामान्य भाषा में बीएड और डीएड व्यवस्था कहा जाता है। शिक्षक बनने के लिए यह जरूरी योग्यता है। कहना न होगा कि शिक्षक बनाने वाली भारत की इस व्यवस्था की हालत खराब है। हमें शिक्षक बनने के इच्छुक युवाओं के लिए दो वर्षीय...
More »बच्चों को सिखाना ही हो तो खुद अपना फैसला लेना सिखाएं - प्रो. कृष्ण कुमार
हमारी शिक्षा व्यवस्था में आज यह कमजोरी है कि हम बच्चों के अपने अनुभवों को, उनकी अपनी स्वाभाविक बोली को, जुबान को बहुत जल्दी एक मानक भाषा में या एक मानक सोच के सांचे में ढाल देना चाहते हैं। हम अपनी व्यवस्था में एक छोटे बच्चे और किशोर में फर्क नहीं कर पाते। हालांकि शिक्षक सीखते जरूर हैं शिक्षक प्रशिक्षण में कि बाल मनोविज्ञान ऐसा होता है, शिशु ऐसा होता...
More »304 शिक्षकों का प्रमाण पत्र फरजी
रांची : पारा शिक्षकों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन का काम शुरू हो गया है़. जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा अब तक लगभग 41 हजार पारा शिक्षकों का प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए भेजा गया है़. राज्य में लगभग 78 हजार पारा शिक्षक कार्यरत है़ं इनमें से 37 हजार पारा शिक्षकों का प्रमाण पत्र अभी सत्यापन के लिए भेजा जाना है़. जिन 41 हजार पारा शिक्षकों का...
More »बुंडू की पुष्पा के शोध की गूंज जापान तक
रांची : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, बुंडू की छात्रा पुष्पा कुमारी ने पाेषणयुक्त सस्ते बेबी फूड बना कर देश ही नहीं पूरे विश्व में झारखंड का नाम राेशन किया है. पुष्पा द्वारा बनाये गये बेबी फूड बाल अमृत का चयन भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया गया है़ पुष्पा अब जापान में होनेवाली इंटरनेशनल साइंस कांग्रेस में देश का प्रतिनिधत्व करेगी़ भारत सरकार द्वारा पुष्पा के...
More »