SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 3863

शौचालय नहीं तो दुल्हन नहीं: रमेश

कोटा, 21 अक्तूबर (एजेंसी) जयराम रमेश ने महिलाओं से उन परिवारों में शादी करने से इनकार करने की अपील की जहां शौचालय नहीं हैं। देश में शौचालय से अधिक मंदिर होने का बयान देकर विवाद खड़े करने के कुछ ही दिन बाद आज केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने महिलाओं से उन परिवारों में शादी करने से इनकार करने की अपील की जहां शौचालय नहीं हैं। यहां खजूरी गांव में स्थानीय लोगों...

More »

सहकारिता से चुनावी सबक- शिरीष खरे

केंद्र सरकार द्वारा सहकारिता अधिनियम में किए गए एक बदलाव ने मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच सहकारिता  चुनाव को अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव का पूर्वाभ्यास बना दिया है. शिरीष खरे की रिपोर्ट. मध्य प्रदेश में सहकारी संस्थाओं पर सत्तासीन होने के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच की उठापटक के साथ ही आगामी विधानसभा का चुनावी बिगुल भी बज गया है. असल में यह 2013 के...

More »

अब केजरीवाल से डरने लगी भाजपा- विवेक सक्सेना

नई दिल्ली, 17 अक्तूबर। कांग्रेस के खिलाफ केजरीवाल के उठाए जा रहे मुद्दों का समर्थन करती आई भाजपा को अब खुद उनका निशाना बनने का डर सता रहा है। राजग में यह राय जोर पकड़ती जा रही है कि गुरिल्ला युद्ध कर रहे केजरीवाल अंतत: उसके लिए भी घातक साबित होंगे। भाजपा नेताओं को आशंका है कि केजरीवाल का अगला शिकार उसके अपने अध्यक्ष नितिन गडकरी बन सकते हैं। इस आशय के संकेत...

More »

विस्थापन का विकास- भारत डोगरा

हमारे देश में विकास के मौजूदा दौर में विस्थापन की समस्या बहुत विकट हो गई है।  एक ओर पहले हुए विस्थापन से त्रस्त लोगों को अभी न्याय नहीं मिल पाया है, तो दूसरी ओर उससे भी बड़े पैमाने पर किसान और विशेषकर आदिवासी किसान नए सिरे से विस्थापित हो रहे हैं। हाल ही में जन सत्याग्रह संवाद के कार्यक्रम के अंतर्गत देश के लगभग साढ़े तीन सौ जिलों में भूमि संबंधी...

More »

हमारे लोकतंत्र का संकट- शिवदयाल

जनसत्ता 16 अक्टुबर, 2012: दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, सवा अरब लोगों का। छह-सात प्रतिशत की दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था। पर इसकी अधिकांश आबादी को अब तक ‘ट्रिकल डाउन’ यानी अमीरों के उपभोग से रिस कर मिलने वाले लाभ का ही आसरा है। छीजते जाते संसाधन, बिगड़ता जाता पर्यावरण, जलावतनी और विस्थापन, एक-दूसरे को काटती और खारिज करती पहचानें, लगभग एक-तिहाई से भी अधिक भूभाग सैन्यबलों के भरोसे, और इतने पर भी धन...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close