* पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी किशोर शिंदे ने स्कूलों की जानकारी छुपाने के लिए आरटीआई के नियमों को भी रख दिया था ताक पर * शहर के कुछ स्कूलों की मान्यता, प्रबंध समिति, छात्र-शिक्षक रेसो सहित मांगी गई कई जानकारी शिक्षा कार्यालय ने गलत प्रेषित की पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी किशोर शिंदे पर आरटीआई में गलत जानकारी देने के भी आरोप लग रहे हैं। शिकायतकर्ताओं ने कलेक्टर को लिखित शिकायत कर कहा...
More »SEARCH RESULT
शिक्षा के तंत्र में उम्मीदें अब भी जीवित हैं-- अनुराग बेहर
मैं यहां पांच कहानियां बता रहा हूं। ये कहानियां मैंने साल 2015 में देश के अलग-अलग हिस्सों से बटोरी हैं। गरम मैदानी इलाके में एक शिक्षक अपने छात्र के घर जाता है, उसे गोदी में उठाकर अपनी बाइक पर बिठाता है, और फिर दोनों साथ-साथ स्कूल आते हैं। जब छुट्टी होती है, तो फिर दोनों साथ-साथ वापस घर लौटते हैं। वह छात्र अशक्त है। वह बच्चा शेष बच्चों से अलग...
More »स्कूलों में शिक्षकों को बायोमीटरिक मशीन से बनानी होगी हाजिरी
पटना: सचिवालय और निजी संस्थानों के तर्ज पर राज्य के सरकारी स्कूलों में भी शिक्षकों को अब बायोमीटरिक मशीन से अपनी हाजिरी बनानी होगी. शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. नये साल में इसकी शुरुआत होने की संभावना है. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पहले इसकी शुरुआत हाइ व प्लस टू स्कूलों से की जायेगी. इसके बाद प्रारंभिक स्कूलों में भी बायोमीटरिक मशीन लगायी जायेगी. शिक्षा विभाग...
More »मध्य प्रदेश में 500 से ज्यादा एमबीए, इंजीनियर व PG बनेंगे चपरासी
भोपाल. मध्य प्रदेश में एमबीए और इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाले चपरासी बनने जा रहे हैं। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने फोर्थ क्लास के 963 पदों के लिए रिटन एग्जाम लिया था। मिनिमम क्वालिफिकेशन 8वीं पास होना तय की गई थी। लेकिन मैरिट के हिसाब से 8वीं पास केवल 22 कैंडिडेट्स को ही सफलता मिली है। क्या है मामला? - पीईबी ने फोर्थ क्लास (4,440-7,440 रुपए ग्रेड पे) के पदों के लिए...
More »शिक्षा के लिए संघर्ष और समर्पण ही बना उनकी पहचान
श्रवण शर्मा, बालाघाट(मध्यप्रदेश)। अपने लिए तो सभी जीते हैं,पर इंसान वही जो औरों के लिए जिए। यह कहावत चरितार्थ कर रहे हैं देवटोला के अशोक बोहने। अशोक (49) ने मजदूरी कर शिक्षा हासिल की और अब वे गरीब बच्चों को शिक्षा का दान दे रहे हैं। पूरा जीवन इस काम के लिए समर्पित कर दिया। मुसीबतें भी बहुत आईं और इनके अपनों ने भी साथ छोड़ दिया, लेकिन अशोक ने पढ़ाना...
More »