कालेधन पर किये गये वादों को लेकर किरकिरी झेल रही मोदी सरकार ने 8-9 नवंबर की रात ऐसी ‘सर्जिकल स्ट्राइक' की, कि पूरा देश हतप्रभ रह गया. एक झटके में सरकार ने कालेधन, भ्रष्टाचार, जाली नोट और आतंकवाद को जबरदस्त चोट पहुंचायी. सरकार के इस कदम की हर ओर तारीफ हो रही है. हालांकि विरोध करनेवाले भी कम नहीं है. पर हतप्रभ सभी हैं. सोच रहे हैं कि सरकार...
More »SEARCH RESULT
गलत धारणाओं को जीते हमारे शिक्षक- अनुराग बहर
हां मौजूद 20 में से 18 शिक्षकों की राय यह थी कि शारीरिक दंड बच्चों को सिखाने के लिए अनिवार्य है। उनमें से एक शिक्षक ने तो इसे समान अनुभूति रखने वाले दंड के तौर पर पेश किया। यह विचार-विमर्श हम इसलिए कर रहे थे, ताकि जान सकें कि बच्चों को शारीरिक दंड देने को सरकार द्वारा गैर-कानूनी बनाए जाने के बाद तस्वीर कितनी बदली है? मौजूद शिक्षकों में से...
More »नई रिपोर्ट का नया नुस्खा- ऐसे बढ़ेगी किसानों की आमदनी..
खेत को पट्टे पर देने के पुराने नियम-कानून बदलिए और देश के ज्यादातर किसान-परिवारों को आमदनी अठन्नी-खर्चा रुपया की हालत से उबारिए. यह सुझाव दिया गया है कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की एक हालिया रिपोर्ट में.(देखें नीचे की लिंक) देश की जीडीपी में कृषि के घटते योगदान और घाटे का सौदा मानकर खेती छोड़ते किसानों की समस्या के समाधान के लिए रिपोर्ट में एनडीए सरकार के मॉडल लैंड लीजिंग एक्ट-2016 के...
More »भूख से मर गया लेकिन नहीं मिल पाया आधार कार्ड, पत्नी भी भर्ती
इलाहाबाद। गरीबों के लिए सरकार द्वारा अनेक स्कीम चलाए गए हैं पर व्यवस्था पर हावी भ्रष्टाचार के कारण भूख के कारण दलित युवक ने दम तोड़ दिया। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद निवासी 28 वर्षीय बेरोजगार दलित युवक की पत्नी जो पिछले कई दिनों से भूखी है वह भी अस्पताल में मौत से जूझ रही है। धर्मेंद्र के पास आधार कार्ड या राशन कार्ड नहीं था और इसलिए स्थानीय दुकान से वह...
More »हम किसे गरीब माने-- अवधेश कुमार
हमारे-आपके लिए कौन गरीब है इसे अपने आसपास पहचानना कठिन नहीं है। लेकिन जब सरकार की ओर से गरीबों की औपचारिक पहचान की बात आती है तो समस्या बढ़ जाती है। वास्तव में भारत में कौन गरीब है इसके निर्धारण का प्रश्न एक जटिल पहेली की तरह हमारे सामने लंबे समय से खड़ा है। गरीबी तय करने को लेकर समय-समय पर कुछ मानक निर्धारित किए गए और उनके आधार पर...
More »