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गंगा के गुनहगार- स्वामी आनंदस्वरुप

जनसत्ता 12 जुलाई, 2012: गंगा का नाम लेने मात्र से पवित्रता का बोध होता है। यह देश की एकता और अखंडता का माध्यम और भारत की जीवन रेखा के अतिरिक्त और बहुत कुछ है। गंगा जीवनदायिनी और मोक्षदायिनी दोनों है। आज भी लगभग तीस करोड़ लोगों की जीविका का माध्यम है। मगर पिछली डेढ़ सदी से गंगा पर हमले पर हमले किए जा रहे हैं और हमें जरा भी अपराध-बोध नहीं...

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ये है हरियाणा की जमीनी हकीकत, आंकडें बयां कर रहे हैं कहानी

करनाल. लाख कोशिशों के बावजूद हरियाणा में लिंगानुपात सुधर नहीं रहा। देश को आजाद हुए 64 साल हो चुके हैं लेकिन आज भी यहां लड़कियों की संख्या लड़कों के मुकाबले बहुत कम है। विकसित राज्यों में शुमार होने वाले इस प्रदेश में उन्हें बराबर का महत्व नहीं मिलता जबकि कई क्षेत्रों में वह लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। प्रदेश में 1000 लड़कों पर सिर्फ 877 लड़कियां हैं। झज्जर जिले में तो यह...

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रोजी-रोटी देने में पंजाब पूरे देश में टॉप 5 पर

चंडीगढ़. रोजगार देने के मामले में पंजाब समूचे देश भर में टॉप 5 पर है। इसका खुलासा मिनिस्ट्री ऑफ लेबर एंड एंप्लॉयमेंट, लेबर ब्यूरो द्वारा कराए गए ‘एंप्लॉयमेंट एंड अनएंप्लॉयमेंट’ सर्वे में हुआ है। लेबर ब्यूरो के डायरेक्टर जनरल डीएस कोलामकर के मुताबिक वर्ष 2011-12 में देश के तमाम 535 जिलों में 1.28 लाख परिवारों के बीच किये गये सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के मुताबिक ग्रामीण इलाकों...

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बयान को तोड मरोड कर पेश करने से चिदंबरम क्षुब्ध

नयी दिल्ली, 11 जुलाई (एजेंसी) केन्रदीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने अपने बयान को मीडिया में कथित रूप से जानबूझ कर तोड मरोड कर पेश करने पर आज क्षोभ और नाराजगी व्यक्त की। चिदंबरम के हवाले से मीडिया में खबरें आयी थीं कि जनता आइसक्रीम के लिए 20 रूपये देने को राजी है लेकिन गेहूं चावल की कीमत में एक रूपये की बढोतरी का विरोध करती है । गृह मंत्रालय ने एक बयान...

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निर्मल भारत कैसे बनेगा- ऋषि कुमार सिंह

जनसत्ता 10 जुलाई, 2012: साफ-सफाई के मुद्दे पर भारत सरकार ने निर्मल भारत योजना बनाई है, जिसकी सफलता के लिए फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन को अपना ब्रांड एंबेस्डर नियुक्त किया है। बात बस इतनी-सी है, लेकिन इसका असर और यहां से उपजे संदेश को महज साफ-सफाई की जरूरत तक नहीं समेटा जा सकता। इसे महज बाजार की प्रवृत्ति कह देना भी जल्दबाजी होगी। राजनीति जैसी गतिविधि के हित-अहित पर इसका आकलन...

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