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अग्निवेश ने सोनिया को किया आगाह, 4 जून से शुरू होगा बाबा रामदेव का सत्‍याग्रह

नई दिल्ली. समाजसेवी स्वामी अग्निवेश ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह को अब भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे आंदोलन को नुकसान पहुंचाए जाने संबंधी बयान देने से रोकना चाहिए और यदि वे ऐसा नहीं करतीं, तो इससे उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को सुनिश्चित करना होगा कि दिग्विजय सिंह उनकी अन्ना को लिखे पत्र में व्यक्त की गई भावना के...

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सांसदों को साध कर रखते हैं उद्योग घराने

नई दिल्ली। ऐसे समय में जब संसद विवादित लोकपाल विधेयक पर चर्चा करने की तैयारी में है, एक पूर्व नौकरशाह ने कहा है कि ज्यादातर उद्योग घराने सरकारी नीतियों को प्रभावित करने या अपने पक्ष में निर्णय के लिए सासदों को साध कर रखते हैं। आर्थिक खुफिया ब्यूरो के पूर्व महानिदेशक बी.वी. कुमार ने अपनी नई किताब 'दि डार्कर साइड आफ ब्लैक मनी' में लिखा है कि कुछ बड़े उद्योग घराने...

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अन्ना बोले, चरित्र साफ हो तो सरकार झुकाना कठिन नहीं

अन्‍ना हजारे ने भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई में जब से सरकार को झुकाया है, तब से देश में कई आवाजें उनके विरोध में उठी हैं। पर दुनिया में अभी भी वह हीरो बने हुए हैं। मलेशियाई अखबार 'द स्‍टार' ने 18 अप्रैल के अंक में उन्‍हें भारत में भ्रष्‍टाचार से लड़ने वाला नया हीरो करार दिया है। अखबार ने लिखा है कि उनके विरोध में जो कुछ आवाजें उठीं, जनता ने उन्‍हें...

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बाबा रामदेव भी चले अन्ना की राह, बड़े नोटों के खिलाफ छेड़ेंगे अभियान

मैसूर/दिल्ली/मुंबई. योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अन्ना हजारे की तरह अब अभियान छेड़ने का मन बना लिया है। रामदेव के निशाने पर होंगे देश में इस्तेमाल हो रहे बड़ी राशियों के नोट। बड़े नोट बंद करवाने के लिए 1 जून से देशव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे। उनका कहना है कि कालेधन के रूप में बड़े नोटों का ही प्रयोग किया जाता है। मैसूर में एक योग शिविर में बाबा रामदेव ने कहा...

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लोकतंत्र में शॉर्टकट नहीं होता : हर्ष मंदर

वह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण था, जब देशभर के मध्यवर्गीय युवा भ्रष्ट प्रशासन के प्रति आक्रोश व्यक्त करने के लिए एकजुट हुए। हमारा देश कई विरोध प्रदर्शनों का साक्षी रहा है। कुछ हिंसक तो कुछ शांतिपूर्ण। कुछ वेतन व भूमि के लिए तो कुछ आत्मसम्मान व मानवाधिकारों के लिए। लेकिन यह आंदोलन कुछ अलग था। दशकों बाद हमने शिक्षित और संपन्न युवाओं को इतने बड़े पैमाने पर...

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