फतेहपुर, कार्यालय संवाददाता : विश्व स्तर पर जिस बात को लेकर मंथन हो रहा है। उसका शहर में कोई असर नहीं दिख रहा है। जल दोहन कर प्रतिदिन धरती की कोख से 2 करोड़ लीटर का जल दोहन हो रहा है, जिसमें 30 फीसद पानी बर्बाद हो रहा है। ऐसा नहीं है कि भूगर्भ जल के दोहन के लिए सभी अधिकृत हैं पर जलस्तर नीचे खिसकने के बाद भी प्रशासन इस...
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55 सरकारी स्कूलों में पानी के लिए तरस रहे बच्चे- योगेश अग्रवाल
बल्लभगढ़। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में55 सरकारी स्कूल ऐसे हैं जहां बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। बच्चों और अध्यापकों को काफी दूर से पानी लेकर प्यास बुझानी पड़ रही है।यह खुलासा सर्व शिक्षा अभियान की ओर से हाल ही में किए गए सर्वे में हुआ है। शिक्षा निदेशालय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इन स्कूलों में गर्मी शुरू होने से पहले पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित...
More »उषा से आशा...
राजस्थान के अलवर में रहने वाली ऊषा चाउमार ने अपने साथ सैकड़ों स्त्रियों को सिर पर मैला ढोने की प्रथा से छुटकारा दिलाया. विकास कुमार की रिपोर्ट. ऊषा पहले तो बात करने में खुलती ही नहीं. बेहद औपचारिक तरीके से दुआ-सलाम और फिर इधर-उधर की बातें करती हैं. लेकिन बार-बार अपने बारे में बताने का आग्रह करने पर जब वे अनौपचारिक होती हैं तो फिर बोलती ही जाती हैं. ढेरों बातें एक ही सांस...
More »मणिशंकर अय्यर ने सांसदों को जानवर बताया
नयी दिल्लीः एफडीआई के मुद्दे पर बोलते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने विपक्षी सांसदों की तुलना जानवरों से कर दी. न्यूज चैनल आईबीएन 7 के चर्चित टॉक शो एजेंडा में मणिशंकर अय्यर ने कहा कि संसद के वेल में आकर विपक्षी दल के सांसद जानवरों की तरह व्यवहार करने लगते हैं. मणिशंकर अय्यर के इस बयान के बाद चारों तरफ चर्चाएं तेज हो गईं हैं. विपक्ष तिलमिला गया...
More »पीड़ा में पहाड़िया- निराला की रिपोर्ट
झारखंड से लेकर बिहार, मध्य प्रदेश और उड़ीसा तक फैले पहाड़िया समुदाय के लिए जिंदगी उतनी ही दुश्वार है जितनी सदियों पहले थी. धरती के सबसे पुराने बाशिंदे कहे जाने वाले इन लोगों की फरियाद सुनने वाला कोई नहीं. निराला की रिपोर्ट. हम झारखंड के सुंदरपहाड़ी इलाके के पहाड़ों पर हैं. चेबो नाम के एक गांव में, जिस तक उजले भारत की कोई चमक अब तक नहीं पहुंची है, हां, शोषण जरूर उन...
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