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यहां कुख्यात अपराधी के पांव छू कर दिन की शुरुआत करते हैं ग्रामीण

नवगछिया. बिहार के नवगछिया अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड अन्तर्गत हरियो गांव के चौक पर एक प्रतिमा स्थापित है जिसके पैर छूकर अपनी दिनचर्या की शुरुआत करते हैं यहां के ग्रामीण। हैरानी की बात है कि यह प्रतिमा किसी संत पुरुष की नहीं बल्कि कुख्यात अपराधी सरगना तेतुली उर्फ तुतली सिंह की है। जिसकी आज से 14 साल पूर्व पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गयी थी। ग्रामीणों की नजर में तुतली सिंह...

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बिहार में अज्ञात बीमारी से मरने वालों बच्चों की संख्या 160 पार

पटना. बिहार के मुजफ्फरपुर, गया और पटना के अस्पतालों में अज्ञात बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस अज्ञात बीमारी से बीते 15 घंटों में 10 और बच्चों की मौत हो गई है, जिससे मरने वालों की संख्या 160 के आंकड़े को पार कर गई है। इधर, दिल्ली से आए नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल विभाग का छह सदस्यीय विशेषज्ञ दल लगातार बीमारी प्रभावित गांवों...

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हजारों एकड़ जमीन, 193 कम्पनियां : इन मंत्री जी के पास है बस इतनी सी संपत्ति

मुंबई। परिवहन राज्यमंत्री गुलाबराव देवकर के बाद राज्य के वरिष्ठ मंत्री सुनील तटकरे भी भ्रष्टाचार के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं।   उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बेहद करीबी तटकरे पर काला धन, आय से अधिक संपत्ति और आयकर चोरी के आरोप लगाते हुए शेकाप नेता जयंत पाटील ने कहा है कि तटकरे ने काले धन के मार्फत हजारों करोड़ रुपए का साम्राज्य खड़ा किया। उन्होंने अपने परिवार और निकटवर्तियों के...

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सीखिये रिक्शाचालक बलराम से- उमेश यादव

बलराम जब 17 साल का था तब उसे अपना घर-परिवार छोड़कर कोलकाता जाना पड़ा. पढ़ने-लिखने के उम्र में उसे परिवार चलाने के लिए काम में लगा दिया गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसके परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी. साल भर खाने के लिए अन्न नहीं जुटता था. ऐसी बात नहीं थी कि उसके घर में खेतीबारी नहीं थी. पिताजी लघु कृषक थे. आधी से ज्यादा जमीन बंजर थी. जो...

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सीखिये रिक्शाचालक बलराम से- उमेश यादव

बलराम जब 17 साल का था तब उसे अपना घर-परिवार छोड़कर कोलकाता जाना पड़ा. पढ़ने-लिखने के उम्र में उसे परिवार चलाने के लिए काम में लगा दिया गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उसके परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी. साल भर खाने के लिए अन्न नहीं जुटता था. ऐसी बात नहीं थी कि उसके घर में खेतीबारी नहीं थी. पिताजी लघु कृषक थे. आधी से ज्यादा जमीन बंजर थी. जो...

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