फरीदाबाद. जमीन अधिग्रहण के उचित मुआवजे की मांग को लेकर चंदावली गांव में रविवार को हुई महापंचायत में किसानों ने अधिग्रहित जमीन पर कब्जा नहीं देंगे और दोबारा खेतों पर जुताई शुरू कर फसल पैदा करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 27 अक्टूबर को एकजुट होकर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया। दिल्ली में वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान खेतों में जुताई का शुभारंभ किसान नेता...
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जीएम खाद्य थोपने पर तुली सरकार-रविंद्र गिन्नौरे
1.दुनिया के किसी देश की सरकार ने ऐसी पहल नहीं की, जो हमारी सरकार करने जा रही है. 2.केंद्र सरकार ने स्पष्ट कह दिया है कि जीएम खाद्य स्वास्थ्य को किसी प्रकार से नुकसान नहीं पहुंचाते. 3.दूसरी ओर, भारत में जेनेटिक मोडिफ़ाइड फ़सलों के अपशिष्ट को खाकर कई स्थानों पर पशु मारे जा चुके हैं. भारत सरकार जिस तरह जीएम खाद्य फ़सलों को हम पर थोपने पर तुली है वह शंका का कारण...
More »प्राकृतिक आपदा के चलते कृषि उत्पादन में कमी
भुवनेश्वर। राज्य में आ रहे बाढ़, तूफान, सूखा जैसे प्राकृतिक आपदा के चलते कृषि उत्पादन काफी कम होने की बात कृषि मंत्री ड.दामोदर राउत ने कही है। विधानसभा में आज प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायकों के प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री श्री राउत ने कहा कि 2007-08 में राज्य में 510.22 लाख टन धान उत्पादन हुआ था, जबकि 2008-09 में बाढ़, सूखा जैसे प्राकृतिक आपदा के चलते 453.65 लाख टन धान...
More »प्रति व्यक्ति चावल उत्पादन 453.65 ग्राम
भुवनेश्वर। राज्य में प्रति व्यक्ति चावल उत्पादन 2008-09 में 453.65 ग्राम रहा जबकि इसी साल केंद्र में प्रति व्यक्ति उत्पादन 176.4 ग्राम से काफी अधिक रहने की सूचना कृषि मंत्री ड.दामोदर राउत ने दी है। विधानसभा में आज प्रश्नोत्तर काल के दौरान विधायक आदिकंद सेठी के मूल प्रश्न और नृसिंह साहू, अरविन्द दास, प्रफुल्ल मलिक, संजीव कुमार साहू के अतिरिक्त प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री श्री राउत...
More »हरियाणा और पंजाब से लेना होगा सबक
चंडीगढ़ [भारत डोगरा]। आज से चार-पांच दशक पहले हरित क्रांति के नाम पर भारतीय कृषि में बड़े बदलाव हुए तो इनका सबसे बड़ा केंद्र पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की उपजाऊ पट्टी को बताया गया, जहां पानी की भी कोई कमी नहीं थी। इस क्षेत्र को भारत के खाद्यान्न कटोरे के रूप में विकसित करने पर बहुत निवेश हुआ और सिंचाई, रासायनिक खाद आदि व इनसे जुड़ी सब्सिडी का अधिकांश खर्च...
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