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गुड़गांव में कथित तौर पर जय श्री राम का नारा न लगाने पर मुस्लिम युवक की पिटाई

गुड़गांव: गुड़गांव में पारंपरिक टोपी पहनने के लिए 25 वर्षीय मुस्लिम युवक की चार अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर पिटाई की. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. पीड़ित की पहचान मोहम्मद बरकर आलम के तौर पर हुई है. मूलत: बिहार का रहने वाला आलम यहां के जैकब पुरा इलाके में रहता है. पुलिस में दी गई शिकायत में आलम ने आरोप लगाया कि सदर बाजार मार्ग पर चार...

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उत्तरी सिक्किम में भारी बर्फबारी के कारण भुखमरी से 300 से अधिक याकों की मौत

गंगटोक: उत्तरी सिक्किम के ऊपरी इलाकों में भुखमरी के कारण 300 से अधिक पालतू याकों की मौत हो गई. लाचेन क्षेत्र में चरवाहों और किसानों के लगभग 25 परिवारों से संबंधित ये याक भारत-चीन सीमा के करीब स्थित उत्तर सिक्किम के मुकुथांग और युमथांग घाटियों में पिछले साल दिसंबर में चरने के लिए गए थे. हालांकि, भारी बर्फबारी के कारण सड़क बंद कर दी गई थी, जिसकी वजह से उन्हें भोजन...

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कम नहीं चुनाव आयोग की शक्तियां- नवीन चावला

भारत में जाति पर बहस राजनीतिक परिणामों की एक निर्धारक है। यह वर्ष 2019 के आम चुनाव सहित भारत में तमाम चुनावों की एक रोचक विशिष्टता है। यह ऐसी निर्धारक है कि मतदाताओं के बीच अति लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चुनाव अभियान में अपनी जातिगत पहचान बतानी पड़ती है। उत्तर और केंद्रीय भारत की ज्यादातर क्षेत्रीय पार्टियों को किसी जाति या बिरादरी विशेष के लिए पहचाना जाता है।...

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अमूल की धरती गुजरात का मुख्य चुनावी मुद्दा बना डेयरी फार्मिंग उद्योग

अहमदाबाद: गुजरात ने 50 साल पहले भारत में ‘सफेद क्रांति ' लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ लिमिटेड के डॉ. वर्गीज कुरियन के नेतृत्व में, जो बाजार में अग्रणी अमूल ब्रांड के मालिक हैं ने भारत को ऑपरेशन फ्लड के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक और दूध के उपभोक्ता में बदल दिया. लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है. भले ही अमूल भारत की सबसे...

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चुनाव चर्चा से नदारद पुलिस सुधार- विभूति नारायण राय

आगामी आम चुनाव को लेकर सभी प्रमुख दलों ने अपने-अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं और इन सभी में एक समान अनुपस्थिति आपका ध्यान आकर्षित कर सकती है। किसी भी दल ने पुलिस सुधारों पर एक भी पंक्ति लिखने की जरूरत नहीं समझी। पहले की ही तरह इस बार भी किसी को यह जरूरी नहीं लगा कि जिस संस्था से जनता का रोजमर्रा की जिंदगी में सबसे ज्यादा वास्ता पड़ता...

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