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एएचआरसी- मध्यप्रदेश में २८ आदिवासी बच्चों की कुपोषण से मौत

एशियन ह्यूमन राइटस् कमीशन(एएचआरसी) की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मध्यप्रदेश में 28 बच्चों ने कुपोषण के दुष्चक्र में दम तोड़ दिया है। एएचआरसी के अनुसार पीडित बच्चों के परिवार सरकारी योजनाओं के तहत भोजन और स्वास्थ्य के मद में फिलहाल दी जा रही सहायता से भी वंचित हैं। एएचआरसी ने अपनी सूचना का आधार मध्यप्रदेश की एक संस्था लोक संघर्षमंच और सूबे में चलने वाले भोजन के अधिकार अभियान की एक...

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ग्रामीण डाक्टरी कोर्स का विरोध बेजा

पटना उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि ग्रामीण डाक्टरी कोर्स शुरू करने का केंद्र सरकार का प्रयास सराहनीय है। कुछ डाक्टरों द्वारा किया जा रहा विरोध बेजा है। इससे किसी के भी हितों पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि जानलेवा झोलाछाप डाक्टरों को जड़ से समाप्त करने व गांवों तक चिकित्सा सेवा के विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में ग्रामीण डाक्टरी कोर्स (बीआरएमएस)...

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मुर्गियां रोजाना पैदा कर रही हैं 400 यूनिट बिजली

भोपाल. राजधानी से लगभग 15 किमी दूर स्थित एक पॉल्ट्री फार्म ऐसा है, जिसने गैर परंपरागत तरीके से बिजली पैदा करने का अनोखा उदाहरण पेश किया है। यहां मुर्गियों के अपशिष्ट (बीट) से हर रोज 350 से 400 यूनिट बिजली बनाई जा रही है। पारंपरिक स्रोत से इतनी बिजली की व्यावसायिक कीमत लगभग 2000 रुपए होती है, जबकि मुर्गियों की बीट से इतनी ही बिजली एक तिहाई कीमत में बन रही है। भदभदा रोड स्थित...

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सहकारी बैंक की हालत हुई खस्ता

जगदलपुर. किसानों का आर्थिक स्तर बढ़ाने तथा खेती-किसानों के कामों में बढ़ोतरी के चलते ट्रेक्टर-ट्राली का ऋण 378 किसानों का स्वीकृत किया गया था। सहकारी कृषि एवं विकास बैंक को इन किसानों से 670 लाख रुपए वसूलना है। 378 में से 227 किसान डिफाल्टर हो चुके हैं। जिन पर 5 करोड़ की राशि बकाया है। सर्वाधिक दयनीय स्थिति दक्षिण बस्तर के ब्रांचों की है। दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर शाखा को किसान ढूंढने से नहीं मिल रहे...

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बाजार से चिल्हर गायब, बैंकों से हो रही कम सप्लाई

रायपुर. चार रुपए का सामान हो या सत्रह का लोगों को चिल्हर पैसे वापस नहीं हो रहे हैं। व्यापारियों की मानें तो बैकों से चिल्हर की सप्लाई नहीं हो रही है इस वजह से बाजार में चिल्हर की कमी हो गई है। चिल्हर न मिलने से लोगों को मन मारकर उतने पैसे का सामान लेना होता है या चॉकलेट, गुटखा आदि से काम चलाना पड़ता है। इससे सर्वाधिक फायदा दुकानदारों को ही हो रहा...

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