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भ्रष्टाचार अपराध ही नहीं बल्कि मानवाधिकारों को भी कमजोर बनाता है: सु्प्रीम कोर्ट

नयी दिल्ली, 16 अक्तूबर (एजेंसी) उच्चतम न्यायालय ने आज कहा कि भ्रष्टाचार सिर्फ एक अपराध ही नहीं है बल्कि यह अन्य मानवाधिकारों को भी कमजोर बनाकर सुनियोजित आर्थिक अपराध का मार्ग प्रशस्त करता है। न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति एफ एम आई कलीफुल्ला ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के जुर्म में आबकारी विभाग के अधिकारी बालकृष्ण दत्तात्रेय कुम्भार को दोषी ठहराने पर बंबई उच्च न्यायालय द्वारा रोक...

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राज्य में 3500 ग्राम पंचायतें बढऩे की संभावना- ललित शर्मा की रिपोर्ट

जयपुर.राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव सुधार की खातिर ग्राम पंचायतों के पुनर्सीमांकन का काम उसके माध्यम से कराने, पंच-सरपंच के चुनाव में नामांकन-मतदान के बीच पांच दिन का समय देने, अमानत राशि बढ़ाने और सीटों का आरक्षण आयोग के माध्यम कराने के महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इन पर फैसला कब होगा, अभी तय नहीं है, लेकिन नामांकन व मतदान के बीच अंतराल जैसे सुझावों को अगले माह होने वाले पंचायती राज के...

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घोटाले रोकेगा नया स्मार्ट कार्ड, नहीं की जा सकेगी धोखाधड़ी

रायपुर.  घोटाले रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग हेल्थ स्मार्ट कार्ड की तकनीक बदलने जा रहा है। नवंबर से नए हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे।  उसकी आधुनिक तकनीक के कोड को तोडऩा आसान नहीं होगा। कोई भी उस कार्ड का डुप्लीकेट नहीं बना सकेगा। स्मार्ट कार्ड में मरीजों की पहचान और अंगूठे का निशान इतना स्पष्ट...

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महिला सशक्तीकरण के मामले में भारत 115वें स्थान पर

मेलबर्न, 16 अक्तूबर (भाषा)।  महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिहाज से भारत की स्थिति अच्छी नहीं है। इस मामले में किए गए एक सर्वे में 128 देशों की सूची में दक्षिण एशियाई देश 115वें स्थान पर हैं। सूची में सबसे ऊपर आस्ट्रेलिया है। उसके बाद क्रमश: नार्वे, स्वीडन तथा फिनलैंड का स्थान है। वहीं निचले पायदान पर यमन, पाकिस्तान, सूडान तथा चाड हैं। अंतरराष्ट्रीय परामर्श तथा प्रबंधन कंपनी बूज एंड कंपनी के इस...

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हमारे लोकतंत्र का संकट- शिवदयाल

जनसत्ता 16 अक्टुबर, 2012: दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र, सवा अरब लोगों का। छह-सात प्रतिशत की दर से बढ़ती अर्थव्यवस्था। पर इसकी अधिकांश आबादी को अब तक ‘ट्रिकल डाउन’ यानी अमीरों के उपभोग से रिस कर मिलने वाले लाभ का ही आसरा है। छीजते जाते संसाधन, बिगड़ता जाता पर्यावरण, जलावतनी और विस्थापन, एक-दूसरे को काटती और खारिज करती पहचानें, लगभग एक-तिहाई से भी अधिक भूभाग सैन्यबलों के भरोसे, और इतने पर भी धन...

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