योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहुलवालिया ने केंद्र सरकार के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि भारत की विकास दर आने वाले 5 सालों में 8 से 8.5 फीसदी के बीच ही रहेगी। मोंटेक सिंह अहलुवालिया का कहना है कि विश्व के मौजूदा आर्थिक हालात को देखते हुए 9 प्रतिशत की विकास दर अर्जित करना अगले 5 सालों तक संभव नहीं...
More »SEARCH RESULT
यूपी में हॉर्टीकल्चर में 1000 करोड़ का निवेश
सूबे की औद्यानिक खेती केन्द्र सरकार से मिलने वाली 1000 करोड़ रुपए से लहलहाएगी। बस्ती में एशिया का सबसे बड़ा औद्यानिक खेती शोध केन्द्र बनेगा। देश के उच्च स्तरीय औधानिकी अनुसंधान से जुड़े वैज्ञानिक औद्यानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए शोध करने यूपी आएंगे। यह बातें उद्यान निदेशालय में उद्यान मंत्री राज किशोर सिंह ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को...
More »शहरीकरण खा गया छह हजार हेक्टेयर लहलहाती जमीन
जालंधर. जितनी तेजी से खेती की जमीन में कालोनियां काटी जा रही हैं, उनमें उतनी तेजी से घर नहीं बन रहे। वजह, लोग रहने के लिए नहीं, बल्कि निवेश के लिए प्लाट खरीद रहे हैं। ऐसे में खेती की जमीन लगातार कम हो रही है। पिछले सात वर्षो में जालंधर में शहरीकरण के नीचे का रकबा 24 फीसदी बढ़ गया है। लगातार कम हो रही खेती की जमीन को लेकर खेतीबाड़ी...
More »कितना सुधार पाएंगे मनमोहन- परंजय गुहा ठाकुरता
देश के एक बड़े तबके, खासकर उद्योग जगत, को यह लगने लगा है कि मनमोहन सिंह द्वारा वित्त मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद आर्थिक सुधारों की गति में तेजी आएगी। अटके हुए अनेक प्रस्तावों को हरी झंडी मिल जाएगी। कहा यह भी जा रहा है कि मनमोहन सिंह ही भारतीय अर्थव्यवस्था के तारणहार साबित होंगे। पर यह बेहद चुनौतीपूर्ण काम है। अर्थव्यवस्था और राजनीति से जुड़े सारे नीतिगत फैसले...
More »सिंगरौली में संघर्ष जारी है- पुण्य प्रसून वाजपेयी
जनसत्ता 25 मई, 2012: यह रास्ता जंगल की तरफ जाता जरूर है, लेकिन जंगल का मतलब वहां सिर्फ जानवरों का निवास नहीं होता। जानवर तो आपके आधुनिक शहर में हैं, जहां ताकत का अहसास होता है। जो ताकतवर है उसके सामने समूची व्यवस्था नतमस्तक है। लेकिन जंगल में तो ऐसा नहीं है। यहां जीने का अहसास है। सामूहिक संघर्ष है। एक दूसरे के मुश्किल हालात को समझने का संयम है। फिर न्याय से लेकर...
More »