कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पांच चाय बागानों के बंद होने के बाद यहां काम करने वाले मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। कई मजदूर कुपोषण का शिकार हो गए हैं तो कुछ ने खुद को जिंदा रखने के लिए अपने कलेजे के टुकड़ों को बेचना शुरू कर दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, बूंदापानी चाय बागान के बंद होने के कारण हजारों मजदूरों की...
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‘मुझे अब भी यकीन नहीं होता कि मैं आजाद हो गई हूं’
हाल ही में दिल्ली और हरियाणा के सोनीपत से छुड़ाई गई दो लड़कियों की कहानी तहलका की उस पड़ताल की पुष्टि करती है कि असम के लखीमपुर से बड़ी संख्या में लड़कियों की तस्करी करके उन्हें बंधुआ मजदूरी के नरक में धकेला जा रहा है. प्रियंका दुबे की रिपोर्ट. उत्साह और ऊर्जा से भरी 17 साल की जुलिता को देखकर पहली नजर में यकीन करना मुश्किल है कि वह अभी-अभी बंधुआ मजदूरी,...
More »जहरीली गैस से छह मजदूरों की मौत
जलपाईगुड़ी : पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में जहरीली गैस से कम से कम छह मजदूरों की मौत हो गयी तथा दो अन्य बीमार हो गये. पुलिस ने बताया कि मजदूर रेबारी चाय बागान में एक सेप्टिक टैंक के निर्माण कार्य में लगे थे कि तभी शटरिंग के ढह जाने से वे कुछ समय के लिए उसमें फंस गये. इससे पहले कि उन्हें बचाया जाता तब तक टैंक से निकली जहरीली गैस...
More »लखीमपुर: महिला तस्करी की नई राजधानी- प्रियंका दुबे
रह्मपुत्र और सुबनसिरी जैसी विशाल नदियों के बीच बसा असम का लखीमपुर जिला पहली नजर में खुशहाल इलाका दिखता है. ढलानों पर पसरे चाय-बागान, दूर तक फैले धान के खेत और पानी से लबालब सैकड़ों तालाब. लेकिन सतह को थोड़ा ही कुरेदने पर इस खुशनुमा तस्वीर के पीछे की भयावह सच्चाई दिखती है. पता चलता है कि बागानों में चाय की पत्तियां तोड़ते मजदूरों और पानी में डूबे खेतों में...
More »आधार कार्ड यानी धोखे का आधार - सचिन कुमार जैन
आधार यानी विशेष पहचान के आधार को समझिए। लोगों को पहचान देने के नाम शुरू हुआ प्रयास महज 3 साल में ही लोगों के लिए विकास से बहिष्कार और योजनाओं से बेदखली का कारण बनने लगा। इसका मकसद सरकार के गरीबों पर किए जाने वाले खर्च को कम करना बन गया है और दूसरा मकसद है समुदाय को नकद धन देना ताकि वे बाज़ार को फायदे रोशन करें। जनवरी 2009...
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