डाउन टू अर्थ, 08 नवम्बर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 08 नवंबर 2022 को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 172 शहरों में से केवल 10 में हवा 'बेहतर' रही, जबकि 40 शहरों की श्रेणी 'संतोषजनक', 66 में 'मध्यम' रही। वहीं 39 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खराब दर्ज किया गया, जबकि 17 शहरों बल्लभगढ़ 311, बेगूसराय 355, भिवानी 327, दिल्ली 372, फरीदाबाद 345, गाजियाबाद 333, ग्रेटर...
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एयर क्वालिटी ट्रैकर: दीवाली के साथ ही बिगड़ने लगी वायु गुणवत्ता, मेरठ-मुजफ्फरनगर में बेहद खराब रही हवा
डाउन टू अर्थ, 17 अक्टूबर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 17 अक्टूबर 2022 को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के 164 शहरों में से 34 में हवा 'बेहतर' रही, जबकि 39 शहरों की श्रेणी 'संतोषजनक', 71 में 'मध्यम' रही। वहीं 18 शहरों में वायु गुणवत्ता का स्तर खराब दर्ज किया गया, जबकि दो शहरों मेरठ (333) और मुजफ्फरनगर (314) में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। यदि दिल्ली-एनसीआर की...
More »पहली बार गर्भ में पल रहे बच्चे के जिगर, फेफड़े और मस्तिष्क में पाए गए वायु प्रदूषण के कण
डाउन टू अर्थ, 13 वैज्ञानिकों को पहली बार गर्भ में पल रहे भ्रूण के जिगर, फेफड़े और मस्तिष्क में वायु प्रदूषण के कण मिले हैं जो इस बात का सबूत हैं कि मां द्वारा सांस में लिए गए कालिख के नैनोकण प्लेसेंटा को पार कर गर्भ में पल रहे बच्चे के शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इस बात से ही वातावरण में घुलते इस जहर की गंभीरता का अंदाजा लगाया...
More »गरीबों के रसोईघरों में प्रदूषण का जानलेवा स्तर, बच्चों और बुज़र्गों को दूर रहने की सलाह
डाउन टू अर्थ, 4 अक्टूबर वैज्ञानिकों ने कहा कि विकासशील देशों में खाना पकाने के दौरान अन्य लोगों को अनावश्यक रूप से रसोई घर में नहीं रहना चाहिए। बच्चों और वृद्धों को रसोई से बाहर रखना चाहिए ताकि वायु प्रदूषण से होने वाले खतरों से उन्हें बचाया जा सके। यह सुझाव सरे विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक अध्ययन में दिया गया है। सरे विश्वविद्यालय के ग्लोबल सेंटर फॉर क्लीन एयर रिसर्च (जीसीएआरई)...
More »खबरदार
खास बात • गंगोत्री ग्लेशियर सालाना ३० मीटर की गति से सिकुड़ रहा है।* • अगर समुद्रतल की ऊंचाई एक मीटर बढ़ती है तो भारत में ७० लाख लोग विस्थापित होंगे।* • पिछले बीस सालों में ग्रीनहाऊस गैसों के उत्सर्जन में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी जिवाश्म ईंधन के दहन से हुई है।* • मानवीय क्रियाकलापों के कारण ग्लोबल ग्रीन हाऊस गैस के उत्सर्जन में लगातार बढोत्तरी हो रही है। अगर औद्योगीकरण के पहले के समय से तुलना करें तो मानवीय क्रियाकलापों...
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