SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 548

थर्ड जेंडर को स्वरोजगार के लिए ट्रेनिंग देगी सरकार

रायपुर। थर्ड जेंडर समुदाय के लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्वरोजगार के लिए कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत फैशन डिजाइनिंग, फिजियोथेरेपी, कुकिंग और टेलरिंग जैसे कार्यों में प्रशिक्षित किया जा सकता है। मुख्य सचिव विवेक ढांड ने मंगलवार को मंत्रालय (महानदी भवन) में थर्ड जेंडर के व्यक्तियों के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में समाज कल्याण विभाग की बैठक ली। मुख्य सचिव ने शीघ्र...

More »

क्या गरीबी कभी खत्म हो सकती है?- लार्ड मेघनाद देसाई

लॉर्ड मेघनाद देसाई भारतीय मूल के ब्रिटिश अर्थशास्त्री और लेबर पार्टी से जुड़े राजनीतिज्ञ हैं. वह अर्थशास्त्र के विश्वविख्यात संस्थान, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रह चुके हैं. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं. उनके 200 से ज्यादा लेख अकादमिक जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं. वह कई भारतीय व ब्रिटिश अखबारों के लिए नियमित स्तंभ लिखते हैं. 5 सितंबर 2014 को उन्होंने पटना स्थित एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) में...

More »

यूपी:750 से अधिक गांव बाढ की चपेट में

लखनऊ: नेपाल से छोडे गये पानी से उत्तर प्रदेश के कई जिले में तबाही का मंजर अभी बरकरार है. 750 से ज्यादा गांवों की करीब आठ लाख की आबादी अब भी बाढ से जूझ रही है. प्रदेश के राहत आयुक्त कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के बहराइच, गोंडा, बाराबंकी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर तथा गोरखपुर जिलों में कुल 757 गांवों की आठ लाख एक हजार 106 की आबादी बाढ से...

More »

कम नहीं हो पा रहा कुपोषण- संदीप कुमार

सरकार का दावा है कि लोगों में कुपोषण घटा है. नेशनल सैंपल सर्वे आर्गनाइजेशन (एनएसएसओ) की 66वीं अध्ययन रिपोर्ट में बताया गया है कि दो तिहाई लोग पोषण के सामान्य मानक से कम खुराक ले पा रहे हैं. योजना आयोग का मानना है कि हर ग्रामीण को न्यूनतम 2400 किलो कैलोरी व हर शहरी को न्यूनतम 2100 किलो कैलोरी का आहार मिलना चाहिए. जमीनी हकीकत क्या है, यह भी सरकारी...

More »

बेलगाम महंगाई के पोषक- विकास नारायण राय

जनसत्ता 22 अगस्त, 2014 : वित्तमंत्री अरुण जेटली के अनुसार आम लोगों के लिए बवालेजान बनी महंगाई का सीधा संबंध बाजार में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से है। भारतीय शासकों का यह जाना-माना तर्क रहा है, जो जनता को बरगलाने वाले अगले पाखंड की जमीन भी तैयार करता है। शासकों का अगला तर्क होता है कि आम लोगों की जरूरत की चीजों की आपूर्ति जमाखोरों ने रोक रखी है और...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close