दुमका : जब मेरी बेटी ही नहीं रही तो अब मदद किस काम की. जब मदद की जरूरत थी, उस वक्त तो कोई नहीं आया. आज बेटी चली गयी, तो दु:ख तकलीफ देखने लोग आ रहे हैं. मदद की बात कह रहे हैं. अब न मदद चाहिए, न ही सरकारी शौचालय भी चाहिए. यह दो टूक जवाब खुशबू की मां संजू देवी ने मंत्री डॉ लोइस मरांडी व सांसद निशिकांत...
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उसके पास चार डिग्रियां हैं, लेकिन वह जमा करता है कचरा
मुंबई। पिछले नौ सालों में उन्होंने चार डिग्रियां हासिल की हैं, मगर 36 वर्षीय सुनील यादव बीएमसी में कचरा उठाने का काम करते हैं। वह बताते हैं कि उनका जन्म कूडा बीनने वालों के बीच में ही हुआ था। हमारे पास कोई अधिकार नहीं थे। हम हमेशा इस स्थिति से बाहर निकलना चाहते थे। मगर, इसका एक ही तरीका था बाबा भीम राव अंबेडकर ने कहा था कि यदि आप पढ़ेंगे,...
More »खाद्य मंत्रालय ने गेहूं पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है : रामविलास पासवान
नयी दिल्ली : खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने आज कहा कि उनके मंत्रालय ने देश में गेहूं के सस्ते आयात को रोकने के लिए गेहूं पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है. भारत में पहले से ही गेहूं का अधिशेष स्टॉक जमा है. मौजूदा समय में गेहूं पर कोई आयात शुल्क नहीं लागू है. पासवान ने इस वर्ष खाद्यान्नों की खरीद और वितरण करने वाली...
More »व्यापम : द ग्रेट भर्ती घोटाला,55 केस, 2530 आरोपित, 1980 गिरफ्तार
स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से मध्य प्रदेश एक पिछड़ा राज्य है. वहां प्रति 18,650 लोगों पर मात्र एक डॉक्टर उपलब्ध है. इस कमी को पूरा करने के लिए राज्य में कई वर्षो तक सैकड़ों अयोग्य और अक्षम लोग पैसे और पैरवी के सहारे डॉक्टर की डिग्री हासिल करते रहे. बाद में राज्य की अन्य नौकरियों में भी घूस, हेराफेरी और अनियमितताएं बरती जाने लगीं. 2013 से इस घोटाले की परतें...
More »मनरेगा में पैसा खर्च करना सचमुच फिजूल की बात है?- ज्यां द्रेज
कॉरपोरेट प्रायोजित मीडिया की ओर से बनाई गई धारणा के उलट महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से अहम नतीजे मिले हैं। अगर मीडिया की कुछ रिपोर्टों पर ग़ौर करें तो लगेगा कि मनरेगा के तहत शुरू हुए सार्वजनिक काम पूरी तरह बेकार हैं। हाल में एक संपादकीय में कहा गया, "देश के ज्यादातर हिस्सों में इसका (मनरेगा) मतलब बेमकसद गड्ढे खोदना और उन्हें भरना है।" इस बयान के...
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