जीडीपी किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को समझने का सबसे अच्छा तरीका है। जीडीपी का अर्थ होता है सकल घरेलू उत्पाद यानी ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट। जो एक दी हुई अवधि में किसी देश में उत्पादित, आधिकारिक तौर पर मान्यता प्राप्त अंतिम माल और सेवाओं का बाजार मूल्य है। यह एक आर्थिक संकेतक भी है जो देश के कुल उत्पादन को मापता है। देश के प्रत्येक व्यक्ति और उद्योगों द्वारा किया...
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अमीरों के मामले में भारत दुनिया में 11वें नंबर पर
नई दिल्ली। अमीरों की संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में 11वें स्थान पर पहुंच गया है। देश में 10 लाख डॉलर (करीब 6.60 करोड़ रुपये) से अधिक की संपत्ति वाले 1.98 लाख मिलियनेयर या हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनडब्ल्यूआई) हैं। तेल कीमतों में गिरावट और आम चुनाव के उत्साहजनक परिणामों के साथ शेयर बाजार में तेजी के बीच 2014 में देश में अमीरों की संख्या में तुलनात्मक रूप से सबसे...
More »देश के 42 फीसदी हिस्से पर पड़ सकती है सूखे की मार
देश में इस बार मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 11 फीसदी कम हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक, इस बार देश के कई इलाकों में सूखे की स्थिति है. अगस्त महीना खत्म होने जा रहा है और उत्तर भारत समेत दक्षिण भारत के ज्यादातर हिस्सों में मानसून की बारिश में कमी चिंताजनक स्तर पर है. बारिश की कमी की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि...
More »भारत में इंटरनेट यूजर्स हुए 35 करोड़
नई दिल्ली। भारत में इस साल के पहले छह महीने में 5.2 करोड़ नए इंटरनेट यूजर्स जुड़ गए हैं। इन्हें मिलाकर 30 जून, 2015 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या 35.2 करोड़ के स्तर पर पहुंच गई है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें 21.3 करोड़ (60 फीसदी से ज्यादा) यूजर्स की इंटरनेट तक पहुंच मोबाइल फोन के माध्यम से है। एक बयान में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने बताया...
More »खस्ताहाल बैंकों के साथ कैसे होगा विकास - धर्मेंद्रपाल सिंह
अब तो वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी मान लिया है कि सार्वजनिक बैंकों की हालत बेहद खस्ता है। इस साल मार्च तक कर्जदारों के पास देश के सभी बैंकों का 30.9 खरब रुपया फंसा पड़ा था, जिसमें अकेले सार्वजनिक बैंकों के 26.7 खरब रुपए हैं। उनका नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) खतरनाक सीमा पर खड़ा है। खस्ताहाल बैंकों में प्राण फूंकने के लिए कुछ समय पहले वित्त मंत्री ने चार...
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