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जीडीपी आंकड़ें बेहतर रहने की उम्मीद

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2009-10 के सोमवार को जारी होने वाले सकल घरेलू उत्पाद [जीडीपी] के आंकडे़ अर्थव्यवस्था में नया उत्साह जगा सकते हैं, क्योंकि ज्यादातर अर्थशास्त्रियों का मानना है कि ये आंकडे़ 7.2 प्रतिशत के पूर्वानुमान से ऊंचे हो सकते हैं। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन [सीएसओ] ने इससे पहले वर्ष की जीडीपी वृद्धि के घोषित आंकड़ों में 2009-10 के दौरान 7.2 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है। ज्यादातर अर्थशास्त्रियों ने वर्ष के दौरान आर्थिक वृद्धि...

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जीडीपी वृद्धि दर 8.5 फीसदी रहेगी: प्रणव

नई दिल्ली। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में देश के सकल घरेलू उत्पाद [जीडीपी] की वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत रहेगी। हालांकि, साथ ही उन्होंने देश के कृषि क्षेत्र पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जीडीपी की ऊंची दर को कायम रखने के लिए जरूरी है कि कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर सालाना चार प्रतिशत की रहे। वित्त मंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि इस बात...

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महंगाई के खिलाफ खोखली पहल

नई दिल्ली [घनेंद्र सिंह सरोहा]। आईपीएल, सानिया की शादी और मोदी-थरूर विवाद के बीच बीते दिनों एक खबर महंगाई पर भी आई थी। अक्सर विपक्ष कहता है कि मीडिया हमेशा बुनियादी मुद्दों को छोड़ ग्लैमरस चीजों के पीछे भागता है। तो मंहगाई पर कटौती प्रस्ताव लाने वाला विपक्ष संसद में शशि थरूर और उनकी महिला मित्र सुनंदा के बीच कौन-सा बुनियादी मुद्दा ढूंढ़ रहा है। यहा विपक्ष या मीडिया की गलतिया ढूंढ़ने का इरादा...

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महंगाई पर अंकुश के लिए नीतियां बनाए आरबीआई

मुंबई। बढ़ते दामों पर चिंतित प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय रिजर्व बैंक [आरबीआई] से महंगाई पर नियंत्रण लगाने वाली नीतियां बनाने को कहा है। प्रधानमंत्री ने गुरुवार को केंद्रीय बैंक के प्लैटिनम जुबली समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आरबीआई की ये नीतियां ऐसी हों, जिससे नौ फीसदी से ऊंची विकास दर की राह भी आसान बने। प्रधानमंत्री ने रिजर्व बैंक को यह सलाह ऐसे समय दी है, जब वह जल्दी ही सालाना मौद्रिक...

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अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ता फासला

नई दिल्ली [निरंकार सिंह]। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि 11वीं योजना के अंत तक नौ फीसदी और 12वीं पंचवर्षीय योजना में 10 फीसदी विकास दर का लक्ष्य होना चाहिए। इसके साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि इसका फायदा समाज के हर वर्ग को मिले। इनकी सरकार लगातार समावेशी विकास के दावे कर रही है, लेकिन उसने विकास के उन तौर तरीकों को अपनाया है, जिससे समाज में विषमता बढ़ गई है। अमीरी और...

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