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केन्द्रीय कृषि मंत्री को मंत्री पद से हटाने सौंपा ज्ञापन

रायसेन (ब्यूरो)। केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन द्वारा किसानों की आत्महत्या पर दिए गए बयान से किसानों में आक्रोश है। मंगलवार को किसान जागृति संगठन ने राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कृषि मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। संगठन ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम के निधन के कारण कृषि मंत्री के पुतला दहन कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है। किसान जागृति संगठन के तत्वावधान में मंगलवार को...

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कुपोषण की शिकार बेटी का गला घोंटा फिर खुद ने लगाई फांसी

गोहद (भिंड)। कुपोषण की शिकार 5 साल की बेटी का इलाज नहीं करा पा रहे पिता ने गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हादसे के समय बच्ची की मां मायके में थी। घटना हनुमंतपुरा (गोहद) में मंगलवार दोपहर 2 बजे की है। हनुमंतपुरा के दामोदर जगदीश गोले (30) ने मंगलवार सुबह करीब 9 बजे 5 साल की बेटी मानसी का गला घोंटकर हत्या कर...

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आत्महत्याएं कभी झूठ नहीं बोलतीं!- चंदन श्रीवास्तव

पुराने समय में ‘कागद की लेखी' और ‘आंखिन की देखी' के बीच अकसर एक झगड़ा रहता था. कागद की कोई लिखाई जिंदगी की सच्चाई से मेल ना खाये, तो फिर कबीर सरीखा कोई ‘मति का धीर' पोथी में समाये ज्ञान से इनकार भी कर देता था. यह अघट तो आधुनिक समय में घटा कि प्रत्यक्ष को मानुष पर और मानुष को आवेगों पर निर्भर मान कर शंका के काबिल मान...

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किसान आत्महत्या का अधूरा सच- देविन्दर शर्मा

गुलाबी तस्वीर पेश करने की तमाम कोशिशों के बावजूद राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के किसान आत्महत्या संबंधी 2014 के आंकड़े कृषि के स्याह पक्ष को ही सामने लाते हैं। वर्ष 2014 में 12,360 किसानों की आत्महत्या का सीधा अर्थ है कि हर 42 मिनट में देश में एक किसान ने आत्महत्या की। हालांकि एनसीआरबी ने किसानों की आत्महत्या के आंकड़े को दो श्रेणियों-किसानों एवं कृषि मजदूरों, में बांटने का साहसिक...

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ऐसे तो नहीं मिलेगी किसान को राहत - डॉ भरत झुनझुनवाला

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने किसानों के लिए नई बीमा योजना लागू करने की घोषणा की है। प्राकृतिक आपदाओं से हुई खेती की क्षति के कारण किसान कर्ज अदा नहीं कर पाते हैं और खुदकुशी को मजबूर होते हैं। योजना है कि बीमा के प्रीमियम पर सरकार सबसिडी देगी। देश के लगभग दो-तिहाई किसानों के पास ढाई एकड़ से कम जमीन है। उत्तराखंड के मेरे गांव में इतनी जमीन पर लगभग...

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