कोडरमा शहर व मुख्य पथ से महज छह किलोमीटर हट कर है छतरबर का इलाका. इस घनी बस्ती से सट कर शुरू होता है जंगली क्षेत्र. झाड़ियोंवाले इस जंगल में थोड़ी दूर जाने पर ही सड़क के किनारे सुरंगें दिखनी शुरू हो जाती हैं. इन सुरंगों से जमीन के अंदर घुस ढीबरा (अबरख का स्क्रैप) चुनते हैं गांववाले. झाड़ियों के बीच स्थित पगडंडी पर तीर का लाल (रात में...
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…ताकि आचमन योग्य बन सके हरियाणा में यमुना का पानी
सजला और पुण्य सलिला कही जाने वाली यमुना की दुर्दशा दिल्ली के बाद सबसे अधिक हरियाणा में ही हुई है। यमुनानगर से ही यमुना मैली होना शुरू होती है और पानीपत पहुंचते-पहुंचते इसका पानी पशुओं के पीने लायक भी नहीं रहता। यमुना को शुद्ध करने के प्रयास हुए, लेकिन ये कागजों में दबे रहे। अब नये सिरे से प्रदेश सरकार यमुना को मैला होने से रोकने का प्रयास कर रही...
More »झारखंड के सिर्फ 37.7 फीसदी घरों में शौचालय
रांची: राज्य के कुल 80 लाख घरों में से सिर्फ 37.7 फीसदी घरों में ही शौचालय है. इनमें भी ज्यादातर शौचालय शहरी व कस्बाई इलाके में ही हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तहत हर घर में शौचालय बनाया जाना है. इस दिशा में कार्य जारी है. अभी हाल ही में विभिन्न जिलों की 55 पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया है. रांची जिले का हहाप पंचायत खुले...
More »मध्यप्रदेश-- प्रांत भर में खुलना थे 255 इंग्लिश मीडियम स्कूल, पर नहीं खुले
उज्जैन, ब्यूरो। राज्य शिक्षा केंद्र के एक आदेश से प्रदेशभर में 255 नए इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलना थे, मगर नहीं खुल पाए। अफसर पिछले साल खोले गए स्कूलों का फीडबैक लेकर शांत बैठ गए और इस बीच 16 जून से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो गया है व 23 जून से निजी स्कूलों में नि:शुल्क दाखिले की प्रक्रिया भी। अब प्रस्तावित नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल न खुलने से क्षेत्रीय पालक...
More »ये कैसी परियोजना, 11000 बच्चे दूध से दूर
जांजगीर-चांपा, नईदुनिया न्यूज। जिले की दस परियोजनाओं में से मात्र सात परियोजनाओं के आंगनबाड़ी केन्द्रों में ही बच्चों को अमृत दूध का वितरण हो रहा है। शेष तीन परियोजनाओं के 6 सौ आंगनबाड़ी केन्द्रों के लगभग 11 हजार बच्चे अमृत दूध से वंचित हैं जबकि महिला एवं बाल विकास विभाग ने दूध की सप्लाई करने वाली संस्था को 16 लाख रुपए दो माह का अग्रिम भुगतान करने के साथ ही...
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