कभी भविष्यवाणी की गई थी कि दुनिया में अगला विश्व युद्ध पानी के लिए होगा. दुनिया के करीब-करीब हर देश में पानी की मांग और आपूर्ति में अंतर जगजाहिर है. लेकिन हाल ही जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत 2025 तक जल संकट वाला देश बन जाएगा. अध्ययन में कहा गया है कि पानी की किल्लत को देखते हुए इस क्षेत्र में अगले कुछ साल में विदेशी कंपनियां 13 अरब डॉलर...
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मॉनसून के दौरान अल्प वृष्टि से निपटने को तैयार है सरकार
नयी दिल्ली : मॉनसून के इस वर्ष सामान्य से कम रहने के अनुमानों की आशंका को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह कम बरसात की हालात से उत्पन्न होनेवाली स्थितियों से निपटने के लिए हर संभव कदम उठा रही है तथा राज्य सरकारों को भी इस मामले में चौकस रहने को कहा है. हालांकि, मॉनसून के अपने निर्धारित समय से दो दिन पहले केरल तट पर...
More »बिहार--1254 में से 330 गांवों में ही पहुंचायी बिजली: रामकृपाल
पटना: पटना जिले में चल रही ज्यादातर सरकारी योजनाओं का बुरा हाल है. न तो स्थानीय अधिकारी ठीक से काम कर रहे हैं, न ही मॉनीटरिंग ही ठीक ढंग से हो पा रही है. चिंतनीय हालात हो गये हैं. यह कहा जा सकता है कि पटना राज्य में पिछड़ रहा है. यह कहना है सांसद रामकृपाल यादव का. समाहरणालय में निगरानी एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में समीक्षा के बाद...
More »ये है खेती करने की अनूठी तकनीक, ओस की बूंदें सहेजकर बढ़ाते हैं पैदावार
सीकर। बूंद-बूंद सिंचाई के बाद अब सब्जियों की खेती में पानी की हर बूंद को सहेजने में मल्च तकनीक अच्छी कारगर हुई है। इस विधि से फसल में किसान 75 फीसदी पानी की बचत कर सकते हैं। वहीं खरपतवार की समस्या भी नहीं रहती। उपयोगिता को देखते हुए इस साल जिले में करीब एक हजार किसानों ने इजरायल व महाराष्ट्र की तर्ज पर प्रायोगिक तौर पर 2000 हैक्टेयर सब्जियों की...
More »आर्थिक मोर्चे पर बदले नहीं हालात - डॉ. भरत झुनझुनवाला
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का एक वर्ष पूरा होने को है, लेकिन अर्थव्यवस्था पूर्ववत शिथिल पड़ी हुई है। दुकानदारों की मानें तो बिक्री में 20 फीसदी की गिरावट आई है। प्रॉपर्टी डीलरों के अनुसार मोदी सरकार के आने के बाद दाम तीस प्रतिशत टूटे हैं। आश्चर्य है। आश्चर्य का कारण यह है कि शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार में निश्चित रूप से कमी आई है। स्पेक्ट्रम तथा कोयले...
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