भोपाल (ब्यूरो)। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी इस बार बोनस के बिना होगी। राज्य सरकार प्रति क्विंटल डेढ़ सौ रुपए समर्थन मूल्य के ऊपर बोनस देती आई है पर केन्द्र के ऐतराज के बाद खरीदी नीति में इसका जिक्र तक नहीं है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा घोषित नीति के मुताबिक तीन नवंबर से 25 जनवरी तक कॉमन धान 1360 और ग्रेड ए 1400 रुपए प्रति क्विंटल की...
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ओजोन प्रदूषण के कारण भारत के 9.4 करोड लोग रह जाते हैं भूखे
भारत देश में ओजोन लेयर के प्रदूषण में वृद्धि के कारण 9.4 करोड लोग भूखे रह जाते हैं. एक अमेरिकी भू-भौतिकविद संगठन के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में धरती के उपरी तल पर ओजोन प्रदूषण की वजह से 1.29 अरब डालर मूल्य की 60 लाख टन गेहूं, चावल, सोयाबीन व कपास की फसल बर्बाद हो जाती है. अध्ययन में कहा गया है कि बर्बाद होने वाले इस गेहूं व चावल की...
More »रियायत किसे और मुनाफा किसका? - विजय सिंघवी
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में विकसित देशों के दबाव के आगे नहीं झुकने के अपने निर्णय को जायज ठहराया। उनका तर्क था कि हम खाद्यान्न सबसिडी में ज्यादा कटौती करते हुए देश के लाखों छोटे किसानों की आजीविका को जोखिम में नहीं डाल सकते थे। उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मोदी के इस विचार का पुरजोर स्वागत किया। जहां तक...
More »एशिया का सबसे बड़ा दलहन अनुसंधान केन्द्र मप्र में स्थापित होगा
भोपाल। विश्व के ख्यात अंतर्राष्ट्रीय शुष्क क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र (इकार्डा) द्वारा दलहनी फसलों के शोध और तकनीकी प्रसारण का एशिया का सबसे बड़ा केन्द्र मध्यप्रदेश में स्थापित किया जायेगा। संस्थान ने केन्द्र हेतु चीन के स्थान पर भारत को चयनित किया है। प्रदेश शासन ने इस उपयोगी संस्थान के लिये सीहोर जिले के अमलाहा में 71 हेक्टयर भूमि उपलब्ध करवायी है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से इकार्डा लेबनान के महानिदेशक...
More »खेती की सुध कौन लेगा- धर्मेन्द्रपाल सिंह
जनसत्ता 1 अगस्त, 2014 : मौसम विभाग दावा कर रहा है कि वर्षा सामान्य से केवल दस प्रतिशत कम रहेगी। लेकिन बुआई का कीमती समय निकल जाने की भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब उसके पास नहीं है। कृषि मंत्रालय ने एक जून से सत्रह जुलाई के बीच देश भर में धान, दलहन, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की बुआई का जो रकबा जारी किया है उसे देख कर लगता है कि इस...
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