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पूर्वोत्तर की भीतरी और बाहरी विडंबनाएं- रामचंद्र गुहा

विडंबना और शायद त्रासदी यह है कि हमारे देश के सबसे खूबसूरत हिस्से संघर्ष और हिंसा से सबसे ज्यादा ग्रस्त हैं। इसमें कश्मीर घाटी, मध्य भारत (विशेषकर बस्तर) के जंगल, और पूर्वोत्तर के राज्य शामिल हैं। मानवशास्त्री वेरियर एल्विन की धारा का अनुकरण करते हुए 1990 के दशक में मैंने पूर्वोत्तर का दौरा किया था। एल्विन इंग्लैंड में जन्मे और पढ़े-लिखे थे, युवा वय में भारत आए, तो फिर नहीं...

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देश के 91 बड़े जलाशयों में से 80 फीसदी में पानी सामान्य से कम, 11 जलाशय सूखे

नई दिल्ली: मानसून कछुए की गति से आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस साल मौसम विभाग के 84 प्रतिशत उप संभागों (सबडिविजन) में बेहद कम बारिश दर्ज की गई है. वहीं, केंद्रीय जल आयोग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार देश के 91 बड़े जलाशयों में से 80 प्रतिशत में पानी सामान्य से कम है. यहां तक कि 11 जलाशयों में पानी का भंडारण शून्य प्रतिशत है...

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गरीब की मौत पर तमाशा-- शशिशेखर

राजनीतिज्ञों का एक बड़ा वर्ग यह कहकर मूंछें ऐंठता आया है कि 2005 से 2015 के बीच भारत ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी के अभिशाप से मुक्त किया और देश में गरीबी 50 फीसदी से घटकर 28 प्रतिशत तक आ गई। अगर यह सच है, तो फिर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक साल-दर-साल इतनी बड़ी संख्या में अकाल मौत के शिकार होने वाले लोग कौन हैं? आपको जानकर आश्चर्य...

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बिहार: पिछले 24 घंटे में लू लगने से 48 लोगों की मौत

पटना: बिहार में लू लगने से इस गर्मी के मौसम में पिछले 24 घंटे में कुल 48 लोगों की मौत हो चुकी है. द हिंदू के अनुसार, पिछले 24 घंटे में लू लगने की वजह से 45 लोगों की मौत हुई है जबकि 100 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. औरंगाबाद के सिविल सर्जन सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने शनिवार रात तक लू लगने की वजह से 27 मौतों...

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झारखंड: 9 साल में वज्रपात से 1568 लोगों की मौत

रांची : झारखंड में पिछले नौ साल में वज्रपात से 1568 लोगों की मौत हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें, तो वित्तीय वर्ष 2016-17 में मौत की संख्या 265 तक पहुंची है. प्रदेश में वज्रपात को राज्य सरकार ने विशिष्ट आपदा घोषित कर रखा है. पीड़ितों के लिए मुआवजे का प्रावधान भी है. लेकिन वज्रपात से बचाव और समय पर लोगों को सूचना देने का तंत्र...

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