नई दिल्ली। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि वर्षा और बाढ़ का असर समाप्त होने के साथ ही खाद्य वस्तुओं की महंगाई कम होने लगेगी। उन्होंने भारी वर्षा, बाढ़ के कारण वस्तुओं की आपूर्ति में बाधा को 16 प्रतिशत की ऊंची महंगाई के लिए मुख्य वजह बताया। मुखर्जी ने भरोसा जताया कि एक बार मानसून का असर समाप्त होने तथा मौद्रिक नीति में किए गए बदलावों का प्रभाव...
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मुश्किल में किसान: पहले सूखे ने अब बाढ़ ने मारा
प्रेम सिंह, लखनऊ। बाढ़ से प्रभावित प्रदेश के 32 जिलों के लाखों किसान मुश्किल में आ गये हैं। इन जिलों में 67 लाख हेक्टेयर कुल क्षेत्रफल में से करीब साढ़े पांच लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर उगी फसलें कई दिनों से पानी में डूबी हुई हैं। पिछली बार सूखे ने प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में लाखों हेक्टेयर में बोयी गयी फसल सुखाकर किसानों को बेहाल किया था और इस...
More »यह सिर्फ़ अनाज का सड़ना नहीं है- कृष्णप्रताप सिंह
1.लूट की आंधी-तूफ़ान की तरह आ रही खबरों ने सरकारी अनाज के गोदामों के बाहर सड़ने की खबरों से लोगों का ध्यान हटा दिया. 2.गैरजिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात करनेवाले कृषि मंत्री अब कह रहे हैं कि ज्यादा अनाज सड़ा ही नहीं. 3.जिस मात्रा को वे तुच्छ बता रहे हैं वह कुल भंडारित अनाज का कम से कम 15 प्रतिशत तो है ही. न्याय का सामान्य-सा नियम है कि एक अपराध को...
More »कोसी व गंडक तबाही मचाने की ओर
पटना, जागरण टीम: बिहार में उफनाई कोसी व गंडक कई जगहों पर तबाही मचाने को आतुर दिख रही हैं। वहीं दूसरी ओर बागमती के जलस्तर में वृद्धि से सीतामढ़ी में लोग दहशत में हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुपौल में कोसी आक्रामक हो गयी है। नदी का तीन स्परों पर भीषण दबाव बना हुआ है। इनमें एक स्पर नेपाल तथा दो भारतीय प्रभाग के हैं। नेपाल प्रभाग स्थित पूर्वी...
More »उत्तराखंड की कृषि विकास दर ऋणात्मक
देहरादून। वर्ष 2008-09 में उत्तराखंड की कृषि विकास दर ऋणात्मक रही है। इसकी प्रमुख वजह सूखा और तकनीकी सुधार में खामी को बताया जा रहा है। आने वाले दो वर्षो में वर्षा की स्थिति पर राज्य की कृषि विकास दर निर्भर करेगी। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के मध्यवर्ती मूल्यांकन में ये तथ्य सामने आए हैं। मूल्यांकन में बताया गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर दसवीं पंचवर्षीय योजना में कृषि के...
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