हम ऋण लेते हैं, तो वह हमारे लिए बोझ या देनदारी होता है. मशहूर कहावत भी है कि अगर हमें बैंक को 100 रुपये लौटाने हैं, तो यह हमारी समस्या है, लेकिन हमें अगर 100 करोड़ लौटाने हैं, तो यह बैंक की समस्या है. दरअसल, बैंक जब ऋण देता है, तब वह उसके लिए आस्ति होती है, क्योंकि मूलधन समेत उस पर मिला ब्याज ही उसकी कमाई का मुख्य जरिया...
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झारखंड : 25 साल में एक भी नामांकन नहीं, शिक्षकों को बैठा कर दे दिये वेतन के पांच करोड़ रुपये
रांची : झारखंड में बिना विद्यार्थी के ही वोकेशनल कोर्स चल रहा है. राज्य के 57 प्लस टू हाइस्कूल में 25 ट्रेड में वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई होती है. इनमें कई ट्रेड ऐसे हैं, जिनमें आज तक एक भी नामांकन नहीं हुआ. सरकार शिक्षकों को नियुक्ति काल से ही बैठा कर वेतन दे रही है. आश्चर्य की बात है कि सरकार ने 25 साल तक इसकी समीक्षा ही...
More »सामाजिक योजनाओं के जरिए सियासत साधने की कवायद में सरकार
धनंजय प्रताप सिंह/वैभव श्रीधर,भोपाल। बजट के जरिए सियासत साधने की कोशिश हर सरकार करती आई है और आने वाले बजट में ये कोशिश निश्चित तौर पर नजर आने वाली है। 1 मार्च को आने वाले प्रदेश के बजट में सड़क,बिजली,पानी और अधोसंरचना के बजाए सामाजिक योजनाओं के बहाने सोशल इंजीनिरिंग पर ज्यादा फोकस हो सकता है। वैसे इस फार्मूले की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने की थी।लेकिन इसे सही...
More »नोटबंदी से आवासीय क्षेत्र को हुआ बड़ा नुकसान
नई दिल्ली। साल 2016 की चौथी तिमाही नोटबंदी के चलते रियल एस्टेट सेक्टर के लिए बीते तीन वर्ष की सबसे खराब तिमाही साबित हुई है। निवेशकों की अवधारणा पर तैयार एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2016 की पहली छमाही के मुकाबले आखिरी तिमाही में स्थितियां ज्यादा खराब हुई हैं। रियल एस्टेट सेक्टर की जानी मानी एजेंसी नाइट फ्रैंक के मुताबिक निवेशकों की प्रतिक्रिया के आधार पर तैयार किया जाने...
More »मेहनत और लगन के आगे उम्र बाधा नहीं, सारी जरूरतें पूरी करनेवाला अनूठा घर
चेन्नई निवासी 71 वर्षीय सुरेश ने एक असाधारण आशियाना बनाया है. एक ऐसा मकान, जो हवा, पानी, भोजन और गैस तक की सारी जरूरतें पूरी करता है. वह मानते हैं कि सरकार से हर समस्या का समाधान पाने की अपेक्षा करने से बेहतर है कि समाधान खोज कर सरकार और देश दोनों की मदद की जाये. पढ़िए एक प्रेरक रिपोर्ट. रिटायरमेंट के बाद भी चेन्नई के डी सुरेश के मन में...
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