रायपुर। छत्तीसगढ़ में एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम के तहत 337 करोड़ रुपये की लागत से लगभग तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र को उपचारित किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि छत्तीसगढ़ में एकीकृत जलग्रहण क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्त्रम के तहत 71 परियोजनाओं को केंद्र द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है, जिसकी लागत 337 करोड़ 14 लाख 96 हजार रुपये है। इन परियोजनाओं के माध्यम से आगामी पांच...
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जच्चा-बच्चा का रिकार्ड रखने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य
रायपुर। छत्तीसगढ़ में ई-महतारी योजना के शुरू होने के बाद राज्य ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती माताओं और एक वर्ष तक के बच्चों का आन लाइन रिकार्ड रखने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके लिए ई-महतारी के नाम से नई योजना शुरू की गई। अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को मुख्यमंत्री रमन सिंह ने...
More »ऋणी की मौत की तारीख से माफ होगा ब्याज
जयपुर.राजस्थान राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक (एसएलडीबी) अब ऐसे कर्जदारों को ऋण राहत योजना का लाभ देगा जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। एसएलडीबी ने हाल ही कृषि और अकृषि ऋण राहत योजना के प्रावधानों में संशोधन कर मृत ऋणियों के मामले में छूट देने का फैसला किया है। एसएलडीबी मृत कर्जदारों के वारिसों या गारंटरों से ऋणी की मृत्यु की तारीख से समझौता करने तक का ब्याज, दंडनीय ब्याज...
More »एसोचैम ने दिए विकसित देश बनने के पांच सूत्र
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए प्रमुख उद्योग चैंबर एसोचैम ने पांच सूत्रीय एजेंडा बनाया है। चैंबर का कहना है कि एक विकसित मुल्क बनने के लिए सबसे जरूरी है शत प्रतिशत साक्षरता। चैंबर का दूसरा एजेंडा सुशासन है। इसके अलावा सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देना भी विकसित देश बनने के लिए काफी अहम है। साथ ही भारत को विकसित देशों की...
More »पिछले साल से 35 रुपए महंगा मिल रहा है सेब का पौधा
शिमला। इस बार बागबानों को प्लांटेशन के लिए सेब पौधे नहीं मिल रहे हैं। एक सेब के पौधे की कीमत 65 से 70 रुपए के बीच हो गई है। जबकि पिछली साल एक पौधे की कीमत 30 से 35 रुपए थी। सेब के पौधों की कीमत में इतना भारी उछाल इससे पहले कभी नहीं आया। हर साल सेब के पौधे में 5 से 10 रुपए की बढ़ोतरी होती आई है। इस बार...
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