अपने खेत पर कट रही गेहूं की फसल देखने शनिवार शाम पहुंचे मथुरा क्षेत्र में बाजना के गांव महाराम गढ़ी के किसान रघुवीर सिंह (63) वहीं गश खाकर गिर पड़े। परिवारीजन उन्हें लेकर चिकित्सक के यहां दौड़े तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया। पीड़ित किसान के बेटे राकेश सिंह ने बताया उनके पास 20 बीघा खेत है। गेहूं की फसल बोने के लिए बैंक से 2.5 लाख रुपये कर्ज लिया था।...
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देश की सभी नदियों पर जलमार्ग बनेगा: गडकरी
केंद्र सरकार सड़कों से होने वाली से माल ढुलाई और यात्री परिवहन को देश की नदियों की ओर मोड़ना चाहती है। इसके तहत सरकार छोटी-बड़ी तमाम नदियों पर जलमार्ग बनाने की विस्तृत योजना बना रही है। एयरपोर्ट की तर्ज पर नदियों में वाटर पोर्ट बनाए जाएंगे। जिससे देशभर में सी-प्लेन सेवा को शुरू हो सके। इस योजना से पर्यटन क्षेत्र में अगले पांच साल में 15 लाख नए रोजगार के...
More »डाक्टर साहब! यह हड़बड़ी जानलेवा है..
एक सर्जन, एक सहयोगी डाक्टर और छह घंटे में 83 महिलाओं की नसबंदी! मतलब पौने पाँच(4.33 मि.) मिनट से भी कम समय में एक महिला की नसबंदी की गई! नतीजा , ग्यारह महिलाओं की संक्रमण से मौत! यह मात्र डाक्टरों की लापरवाही की वजह से हुआ जैसा कि छत्तीसगढ़ की सरकार कहती है(देखें समाचार) या इस लापरवाही का रिश्ता ग्रामीण स्वास्थ्य-ढांचे में व्याप्त अभाव से है ? सरकारी स्वास्थ्य ढांचे से संबंधित आधिकारिक आंकड़े...
More »कर्ज में डूबे किसान ने जहर पीकर की आत्महत्या
हटा। कुंअरपुर गांव में कर्ज से परेशान एक किसान ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली हैं। किसान के ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपये कर्ज होने की बात बताई गई है। यह कर्ज किसान ने शासन की प्रमुख योजना कपिल धारा कुएं के निर्माण के लिए लिया था, लेकिन ग्राम सरपंच, सचिव और जनपद के कर्मचारी-अधिकारी की लापरवाही के चलते उसे कुआं निर्माण की दूसरी किस्त नहीं मिल पाई थी।...
More »कृषि नीति और नीयत का संकट- अविनाश पांडेय समर
आंकड़ों की नजर से देखा जाये, तो भारतीय कृषि सहज बोध को धता बतानेवाली अजूबे सी दिखती है. कुछ इस तरह कि भारत की विकास दर के दहाई पार कर देश को अगली विश्व शक्ति बनाने के सपने दिखाने के ठीक बाद वैश्विक आर्थिक मंदी की चपेट में आते हुए ध्वस्त हो जाने पर कृषि क्षेत्र में सुधार ने ही संभाला था. और यह भी कि कुल आबादी के करीब 67...
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