रोजगार छिनने के बाद सड़कों पर लंबे अरसे से संघर्षरत 426 शिक्षा आचार्यो पर आखिरकार सरकार मेहरबान हो गई है। इन्हें शिक्षा मित्र के रूप में स्कूलों में नियुक्ति का तोहफा दिया गया है। शिक्षा सचिव मनीषा पंवार ने सोमवार को इस संबंध में शासनादेश जारी किया। प्रदेश में लंबे अरसे से चल रहे शिक्षा गारंटी केंद्रों के बंद होने और उन्हें अपग्रेड कर प्राइमरी स्कूल बनाने से सैकड़ों शिक्षा आचार्य...
More »SEARCH RESULT
स्कूलों की पुकार अब सुनेंगे योजनाकार- रवीन्द्र बड़थ्वाल
शिक्षकों की कमी, बगैर भवनों-लेबोरेट्री, लाइब्रेरी के साथ ही बिजली और पेयजल के बगैर संसाधनों के चीथड़ों में दबे-छिपे सरकारी माध्यमिक स्कूल ज्यादा देर तक राज्य और केंद्र के योजनाकारों की निगाहों से नहीं छिप सकेंगे। स्कूल एजुकेशन मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम के जरिए सूबे के 2700 से ज्यादा सरकारी और निजी माध्यमिक स्कूलों के बारे में जरूरी सूचनाएं अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। जल्द ही इन सूचनाओं की पहुंच आम...
More »कक्षाएं 11 और कमरे छह, कैसे होगी पढ़ाई
रोड़ी ग्यारह कक्षाएं और कमरे छह। इस स्थिति में गांव बप्पां के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के विद्यार्थियों को खुले में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। ऐसा नहीं है कि यहां कमरे नहीं है, कमरे तो है पर वे चार साल पूर्व जर्जर घोषित हो चुके हैं। इन जर्जर कमरों की मरम्मत या फिर से नया बनाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। राजकीय स्कूल में 11 कमरे...
More »महिला पंचायत पर खर्च 91 लाख, मामले निपटाए 3,364- मनीषा खत्री
छोटे-मोटे घरेलू मामले सुलझाने व महिलाओं को कानूनी सहायता देने के लिए दिल्ली महिला आयोग ने महिला पंचायत पर 91 लाख रुपये खर्च दिए, लेकिन योजना के तहत सिर्फ 3,364 महिलाओं को लाभ पहुंच पाया। यह खुलासा सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है। आरटीआइ में आयोग से पूछा गया था कि दिल्ली में महिला आयोग की ओर से महिलाओं के लिए कितनी योजनाएं चल रही...
More »कहीं बलि तो कही अपहरण का शिकार हो रहे हैं बच्चे
रायपुर.गुढ़ियारी राम नगर और संतोषीनगर में बच्चों की नृशंस हत्या का राज खुलने के साथ ही विश्वासघात की कड़वी हकीकत सामने आई है। हत्याकांड के आरोपी पकड़े जाने का इंतजार कर रही जनता अब हैरान है। बच्चों के अपहरण और हत्याओं की लगातार हो रही घटनाओं ने राजधानी के पालकों को चिंता में डाल दिया है। रविवार को दोपहर बाद शहर के पुराने मोहल्लों और कालोनियों में हत्याकांड की ही चर्चा होती...
More »