SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 1351

ये कैसी आजादी और कैसा महोत्सव? जहां शिक्षा है न ही मूलभूत सुविधाएं

जनचौक, 24 अगस्त अगर हम आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के आलोक में “हर घर तिरंगा” अभियान से फायदे की बात करें, तो मीडिया से आने वाली खबरें बताती हैं कि केन्द्र सरकार को 500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का लाभ हुआ है। 30 करोड़ से भी ज्यादा राष्ट्रीय झंडा तिरंगा की बिक्री हुई है। वहीं जब हमने झारखंड में ‘हर घर तिरंगा’ के तहत बांटे जा रहे झंडा के बाबत...

More »

मध्य प्रदेश: ठेले पर वृद्ध मरीज़ को अस्पताल ले जाने की ख़बर दिखाने वाले पत्रकारों पर एफआईआर

द वायर 23 अगस्त मध्य प्रदेश पुलिस ने 76 साल के एक वृद्ध ग्यास प्रसाद विश्वकर्मा को एम्बुलेंस के न आने पर ठेले पर अस्पताल ले जाने की खबर दिखाने के लिए तीन पत्रकारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. पुलिस का आरोप है कि यह ‘भ्रामक और झूठी खबर’ है. रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना भिंड जिले के लहार प्रखंड में 15 से 16 अगस्त के बीच की है....

More »

धान में बौनेपन की बीमारी पर केंद्रीय टीम गठित, आईएआरआई की अंतरिम रिपोर्ट में बीमारी की वजह की पहचान

रूरल वॉयस 23 अगस्त पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में धान की फसल में पौधों के  बौनेपन की अनजान बीमारी को लेकर केंद्र सरकार काफी चिंतित दिख रही है। यही वजह है कि बीमारी के बारे में सोमवार को मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लेते हुए एक आठ सदस्यीय केंद्रीय टीम गठित कर इसके ऑन स्पॉट आकलन के लिए प्रभावित राज्यों पंजाब और हरियाणा में जाने को कहा गया...

More »

देश में गेहूं के आयात की कोई योजना नहीं, पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध: केंद्र सरकार

 दिप्रिंट, 21 अगस्त  भारत सरकार ने रविवार को जानकारी दी कि वो गेहूं का आयात नहीं करने जा रही है. सरकार ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को भी खारिज किया जिसमें गेहूं के आयात की बात कही जा रही थी. भारत सरकार के खाद्य विभाग ने रविवार को स्पष्ट किया कि देश गेहूं का आयात करने नहीं जा रहा है. विभाग ने ट्विटर के जरिए बताया, ‘भारत में गेहूं के आयात की अभी...

More »

मीडिया की सुर्ख़ियों से गायब है अनाजों में बढ़ती 'महंगाई दर' की बात!

कुछ राज्यों में मानसून देरी से आया है इस कारण बोये गए चावल का इलाका पिछले वर्ष की तुलना में कम हुआ है. आंकड़ो में कहें तो 29 जुलाई,2022 तक 231.59 लाख हेक्टेयर रकबे में ही चावल बोये गए हैं जोकि पिछले वर्ष के इसी समय काल की तुलना में कम (267.05 लाख हेक्टेयर) है. बोये गए चावल के इलाके में आयी कमी सहित अन्य कारणों से अनाजों के दामों में महंगाई बढ़ने का डर...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close