नई दिल्ली। आज जब दुनिया के तमाम अमीर देश आर्थिक संकट से उबरने के रास्ते तलाश रहे हैं, उस वक्त भारत की आर्थिक विकास दर जोरदार रफ्तार पकड़े हुए है। वित्त वर्ष 2009-10 की अंतिम तिमाही में जीडीपी में 8.6 प्रतिशत की वृद्धि इसका साफ सबूत है। इस विकास दर ने दुनिया के तमाम मुल्कों को चौंका दिया है। यही वजह है कि अब कृषि प्रधान मुल्क को गांठने के लिए इन अमीर देशों...
More »SEARCH RESULT
वार्षिक आर्थिक वृद्धि 7.4 प्रतिशत रही
नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था ने सरकार के अनुमानों को भी पीछे छोड़ते हुए गत 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष 2009-10 में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। सरकार ने वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद [जीडीपी] की वृद्धि 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष की वृद्धि 8.5 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद की गई है। उम्मीद से अधिक के इस आंकड़े का एक बड़ा श्रेय पिछले वित्त वर्ष...
More »कृषि, कर्ज और महंगाई की चुनौतियां
नई दिल्ली [भारत डोगरा]। जहां एक ओर कृषि नीति के सामने महंगाई व किसानों के कर्ज की ज्वलंत समस्याएं हैं, वहीं दूसरी ओर जलवायु बदलाव के संकट से जूझना भी जरूरी है। वैसे तो पहले भी यह बार-बार अहसास हो रहा था कि न्याय, समता व पर्यावरण हितों की रक्षा और खेती में टिकाऊ प्रगति के लिए कृषि-नीति में बदलाव जरूरी हो गए हैं। अब जब जलवायु बदलाव के कुछ दुष्परिणाम नजर आने लगे हैं और...
More »अपनी बिजली से जगमग होंगे गांव-घर
पटना बिजली संकट को कम करने के लिए जल विद्युत की लघु परियोजनाओं की काफी संभावना है। एक सर्वेक्षण के अनुसार लघु जल विद्युत परियोजनाओं से 100 मेगावाट विद्युत उत्पादन संभव है। यद्यपि नदियों का सर्वे अभी बाकी है। इससे अधिक स्थलों का पता लगाया जा सकेगा। केन्द्र की नीति के अनुसार 25 मेगावाट से कम क्षमता की परियोजनाएं लघु जल विद्युत परियोजनाओं में शामिल हैं। इसे प्रोत्साहित करने के लिए नव व वैकल्पिक ऊर्जा मंत्रालय...
More »पांच महीने में 73 अमेरिकी बैंक डूबे
न्यूयार्क। बैंकिंग क्षेत्र पर वित्तीय संकट का असर जारी रहने के बीच अमेरिका में प्रत्येक महीने औसतन 14 बैंक असफल हो रहे हैं। वहीं साथ ही ऐसे बैंक जिनके धराशाई होने की संभावना बनी हुई है, का आंकड़ा बढ़कर 775 पर पहुंच गया है। फेडरल डिपाजिट इंश्योरेंस कारपोरेशन [एफडीआईसी] ने संकेत दिया है कि अमेरिकी बैंकों का संकट अभी समाप्त नहीं हुआ है। एफडीआईसी ने हाल में चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों...
More »