नई दिल्ली। खाने-पीने की चीजों के दामों में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी आई है। चावल, गेहूं, दाल, दूध और फलों की कीमतों में वृद्धि के चलते 29 मई को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 16.74 प्रतिशत हो गई। इससे पूर्व सप्ताह में खाद्य पदार्थो के थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई की यह दर 16.55 प्रतिशत पर थी। विशेषज्ञों के मुताबिक खाद्य महंगाई की दर में वृद्धि के इस...
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25 साल बाद यह कैसा इंसाफ!
नई दिल्ली [विष्णु गुप्त]। महत्वपूर्ण यह नहीं है कि भोपाल गैस काड के आठ अभियुक्तों को न्यायालय ने दोषी ठहराया है, उन्हें दो-दो साल की सजा सुनाई है या अब भोपाल गैस काड के पीड़ितों को न्याय मिल ही गया। अहम यह है कि भोपाल गैस काड के अभियुक्तों को दंडित करने में 25 साल का समय क्यों और कैसे लगा? न्याय की इतनी बड़ी सुस्ती और कछुआ चाल। क्या गैस...
More »महिला श्रमिकों की पीड़ा
नई दिल्ली [प्रदीप कुमार मील]। एक अनुमान के मुताबिक विश्व के कुल काम के घटों में से महिलाएं दो तिहाई घटे काम करती हैं, लेकिन वह केवल 10 फीसदी आय ही अर्जित करती हैं और विश्व की केवल एक फीसदी संपत्ति की ही मालकिन हैं। भारतीय संदर्भ में महिला श्रम या श्रम में महिलाओं की भागीदारी पर बात करते समय पिछले कुछ वर्षो में तीन विषेष तथ्य सामनें आतें...
More »अब गांव के मुद्दों की ओर चली टीवी
नई दिल्ली। वे दिन गए जब टेलीविजन धारावाहिक सिर्फ महानगरों में रहने वाले रईसों की दास्तान कहा करते थे। अब ग्रामीण भारत इन धारावाहिकों के केंद्र में आ गया है और अब इन्होंने ग्रामीण जीवन से मुखातिब होना शुरू कर दिया है, और वह भी बड़े पैमाने पर। जी हां, टेलीविजन पर आने वाले कई धारावाहिकों ने अब खुद को गांव देहात के मुद्दों से जोड़ना शुरू कर दिया है। 'देवी' और 'ना आना...
More »मुआवजे को लेकर किसान ऊहापोह में
गाजियाबाद [अशोक ओझा], देहरा में रिलायंस पावर प्रोजेक्ट से प्रभावित किसानों ने यदि मुआवजे की रकम वापस नहीं की तो उन्हे जमीन मिलना मुश्किल है। कुछ किसान जहां जमीन वापस कर रहे है वहीं कुछ किसान पैसा वापस नहीं करना चाहते तो 75 फीसदी किसान ऐसे भी हैं जो जमीन तो वापस चाहते है, लेकिन तब जब समय और मिले तथा साथ ही मुआवजे से खरीदी गई उनकी संपत्ति अच्छे दामों में बिक जाए। वहीं...
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