पटना : कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि बिहार में कृषि के विकास के लिए केंद्र उम्मीद के अनुसार समुचित मदद नहीं कर रहा है. राज्य में कृषि के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. सात वर्षो में कृषि का बजट 24 करोड़ से 1,200 करोड़ कर दिया गया है. खरीफ महोत्सव रथ रवाना जिलों के लिए खरीफ महोत्सव रथ रवाना करने के बाद मंगलवार को पशु चिकित्सा महाविद्यालय सभागार में...
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अन्न की बर्बादी पर घिरी सरकार
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली भंडारण के अभाव में खाद्यान्न की बंपर बर्बादी पर राज्यसभा में समूचे विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए अन्न बचाने का आश्वासन देने को कहा। पंजाब और उत्तर प्रदेश के सांसदों ने सदन में दैनिक जागरण लहरा कर गेहूं उत्पादक राज्यों में खाद्यान्न की बर्बादी का हाल बयां किया। खाद्य मंत्री केवी थामस ने खाद्यान्न उत्पादन और भंडारण क्षमता में अंतर को स्वीकार करते हुए राज्य सरकारों से...
More »उत्तर प्रदेश खाद्दान घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई आज
नई दिल्ली। हजारों करोड़ के उत्तर प्रदेश खाद्यान्न घोटाले की जांच के सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई का अहम दिन है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और राज्य सरकार दोनों को खाद्यान्न घोटाले की जांच की बाबत पक्ष रखने की खातिर नोटिस दी थी। इस मामले के याचिकाकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी ने शीर्ष अदालत से गुहार की है कि घोटाले की जद में आने वाले आला अफसरों के खिलाफ सीबीआई को बगैर...
More »राजा भैया ने किया खुलासा, माया राज में हुआ था खाद्यान्न घोटाला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के जेल और खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने बुधवार को कहा कि खाद्यान्न घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में हुआ था और उन्होंने ही इस घोटाले का पर्दाफाश किया है। राजा भैया ने लखनऊ में बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "खाद्यान्न घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में हुआ था। मैंने ही इस घोटाले का पर्दाफाश किया था। इस मामले में जांच...
More »क्यों गायब हो रहे हैं छोटे किसान - सुभाष चंद्र कुशवाहा
आर्थिक उदारीकरण में खेती-किसानी को कहीं भी महत्व नहीं दिया जाता। लेकिन भारत में कृषि नीति के प्रति सरकार की लगातार उदासीनता इसलिए घातक है कि सेवा क्षेत्र के विकास के बावजूद कृषि क्षेत्र आज भी अर्थव्यवस्था की धुरी है। यह हताशाजनक ही है कि सरकार बजट-दर-बजट खेती-किसानी को घाटे का सौदा साबित करने पर तुली है। बाहरी दबावों और कॉरपोरेट हितों के लिए कृषि क्षेत्र को तबाह करने का...
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