जनसत्ता 1 अगस्त, 2014 : मौसम विभाग दावा कर रहा है कि वर्षा सामान्य से केवल दस प्रतिशत कम रहेगी। लेकिन बुआई का कीमती समय निकल जाने की भरपाई कैसे होगी, इसका जवाब उसके पास नहीं है। कृषि मंत्रालय ने एक जून से सत्रह जुलाई के बीच देश भर में धान, दलहन, सोयाबीन, कपास, मूंगफली आदि की बुआई का जो रकबा जारी किया है उसे देख कर लगता है कि इस...
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जीएम फसल : भरोसेमंद रिसर्च, अन्नदाता की भलाई में समाधान
जीन संशोधित यानी जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) फसलों को लेकर भारत में एक बार फिर जीन संशोधित यानी जीएम फसलों का मामला गरमा गया है। पेश है एक रिपोर्टः- नरेंद्र मोदी सरकार पर इस मसले पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के दबाव में काम करना आरोप लगा है। पहले खबर आई थी कि देश में 15 जीएम फसलों के फील्ड ट्रायल की अनुमति दे दी गई है। बाद में संघ से...
More »प. बंगाल : बच्चे बेचने को मजबूर बंद चाय बागान के मजदूर
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पांच चाय बागानों के बंद होने के बाद यहां काम करने वाले मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। कई मजदूर कुपोषण का शिकार हो गए हैं तो कुछ ने खुद को जिंदा रखने के लिए अपने कलेजे के टुकड़ों को बेचना शुरू कर दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, बूंदापानी चाय बागान के बंद होने के कारण हजारों मजदूरों की...
More »विक्षिप्त अब भी सड़कों पर, पुनर्वास योजना भी लटकी
रायपुर । राजधानी में अब भी विक्षिप्तों का जीवन सड़कों पर घिसट रहा है। कलेक्टर ने स्वयंसेवी संस्थाओं से चर्चा कर विक्षिप्तों को मेंटल हॉस्पिटल बिलासपुर भेजने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी थी, लेकिन अभी तक किसी भी स्वयंसेवी संस्था को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इलाज के बाद विक्षिप्तों स्वस्थ होने पर पुनर्वास योजना के तहत ट्रांजिट हॉस्टल में उन्हें रखने की योजना थी, लेकिन रायपुर, दुर्ग और...
More »गांव-देहात व किसान से वास्ता नहीं- केसी त्यागी
आम बजट और रेल बजट को देख कर यह सहज रूप से कहा जा सकता है कि केंद्र सरकार बजट के पीछे राजनीति कर रही है. राजनीति इस अर्थ में कि जो भाजपा कहती है, वह करती नहीं है. जो वादा करती है, उसके पीछे उसकी मंशा क्या है, तथा आम आदमी के प्रति वह कितनी हमदर्द है, वह आम बजट और रेल बजट से साबित हो गया है. सरकार...
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