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मर रहे हैं मनरेगा मजदूर-ब्रजेश कुमार झा

पार्वती देवी की बात सुनकर कोई भी सन्न रह जाएगा। वह कहती है, “मनरेगा की वजह से मेरे पति की जान चली गई।” पार्वती देवी दत्ता मघादे की विधवा है। उम्र 45 साल है। गरीबी में डूबी है। इसके बावजूद आगे कहती है, “मैं जिंदगी में दोबारा मनरेगा मजदूरी नहीं करुंगी।” पार्वती देवी जो बता रही है, उससे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की हकीकत बेपर्दा होती है। हालांकि,...

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मायावती पर संकट, मनरेगा घपलेबाजी की होगी सीबीआई जांच

आम चुनाव से पहले बसपा के लिए नयी परेशानी खड़ी करते हुए सीबीआई उत्तर प्रदेश के सात जिलों में मायावती के शासनकाल के दौरान मनरेगा के तहत प्रदान धन की कथित दुरुपयोग की शीघ्र जांच शुरू करेगी। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि कथित वित्तीय अनियमितताओं और राज्य में साल 2007-10 के दौरान केंद्र प्रायोजित योजना के कार्यान्वयन में सत्ता के दुरुपयोग की जांच शुरू करने का एजेंसी ने फैसला किया है। यह फैसला...

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विषमता का विकास- सुषमा वर्मा

जनसत्ता 17 फरवरी, 2014 : विश्व बैंक की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीना लेगार्ड ने हाल ही में यह रहस्योद्घाटन  किया कि भारत के अरबपतियों की दौलत पिछले पंद्रह बरस में बढ़ कर बारह गुना हो गई है। क्रिस्टीना के अनुसार, इन मुट्ठी भर अमीरों के पास इतना पैसा है जिससे पूरे देश की गरीबी को एक नहीं, दो बार मिटाया जा सकता है। लेगार्ड के इस बयान से पुष्टि होती है...

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मनरेगा घोटाला : रमेश ने अखिलेश यादव से सीबीआई जांच की मांग की

लखनऊ : केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर राज्य के सात जिलों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के धन में कथित घोटाले की सीबीआई से जांच कराने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनउ पीठ के हाल के आदेश का अनुपालन जल्द शुरु कराने का आग्रह किया है. रमेश ने मुख्यमंत्री को कल लिखे पत्र में कहा कि...

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क्योंकि हर चमक चांदनी नहीं होती- भरत झुनझुनवाला

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान लगाया है कि इस वर्ष विश्व अर्थव्यवस्था चल निकलेगी। इस उम्मीद के पीछे सबसे बड़ी वजह अमेरिका की सुधरती स्थिति है। पिछले कुछ महीनों में वहां बेरोजगारी घटी है, शेयर बाजार चढ़ा है और विकास दर बेहतर हुई है। ये संकेत वास्तविक हैं, लेकिन इनके टिकाऊ होने में मुझे संदेह है। विषय को एक उदाहरण से समझा जा सकता है। मान लीजिए, एक कंपनी घाटे...

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