नयी दिल्ली : वैश्विक और घरेलू मोर्चो पर आर्थिक संकट की इस घड़ी में मॉनसून से राहत की उम्मीदें थीं, लेकिन मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी इस उम्मीद पर भी पानी फेरती नजर आ रही है. मौसम विभाग, पुणे का कहना है कि देश को इस बार बीते 30 सालों के सबसे खराब मॉनसून का सामना करना पड़ सकता है. जानकार इसे अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की घंटी मान रहे हैं. कृषि...
More »SEARCH RESULT
मानसून की आस देख रहे हैं, तो अब छोड़ दीजिए
इंदौर। प्रदेश में मानसून के लिए अब भी एक सप्ताह से ज्यादा इंतजार करना होगा। बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा में सिस्टम बना है, जिससे उम्मीद जागी है। यह सिस्टम एक-दो दिन में जमीन पर आने की संभावना है। पहले भी एक सिस्टम बना था लेकिन उसने मध्यप्रदेश तक आते-आते दम तोड़ दिया था। यदि इस सिस्टम ने निराश नहीं किया तो जुलाई के पहले सप्ताह तक प्रदेश में मानसून...
More »आषाढ़ में सिर्फ चार दिन बाकी यूपी के खेतों में उड़ रही है धूल- विजय उपाध्याय
लखनऊ . बारिश कराने के लिए मशहूर अषाढ़ महीना बीतने में चार दिन बाकी है और उप्र के खेतों में धूल उड़ रही है। बड़े हिस्से में पानी की बूंद भी नही टपकी है। पिछले साल अषाढ़ में 169.7 मिमी वर्षा हुई जबकि इस बार अब तक महज 15.9 मिमी बारिश हुई है। राज्य के पूर्वी हिस्से में बेहद मामूली बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश के लिए मानसून की...
More »96 फीसद बारिश की संभावना
नई दिल्ली। मॉनसून की लेट-लतीफी ने हलकान कर दिया है। मॉनसून फिलहाल उत्तर भारत में पहुंचा ही है, लेकिन उसके तेवर ढीले हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में मॉनसून ने दस्तक दे दी है लेकिन शेष हिस्से अभी सूखे के सूखे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दो-तीन दिन में मॉनसून उत्तर भारत को अपनी गिरफ्त में ले सकता है। मौसम विभाग ने कहा है कि मॉनसून का दूसरा चरण सामान्य रहेगा।...
More »गाय के गोठे में शिक्षा ले रहे आदिवासी बच्चे- प्रदीप घुमडवार
कुही. तहसील की राजोला गुट ग्राम पंचायत का आगरगांव सौ प्रतिशत आदिवासी गांव आज भी विकास से कोसों दूर है। इस गांव में प्राथमिक शाला के लिए स्वतंत्र इमारत नहीं होने से बच्चों को गाय के गोठे में बैठकर शिक्षा ग्रहण करनी पड़ रही है। यह गांव मूलभूत सुविधाओं से पूरी तरह वंचित हैं। इसका खामियाजा भुगतने के बाद भी आदिवासी चुपचाप हैं। इनकी सुनने वाला कोई नहीं है। यहां...
More »