अपने देश में मानसून की शुरुआत पश्चिमी और उत्तरी समुद्री तट से जून के महीने में होती है, फिर बारिश धीरे-धीरे देश के दूसरे हिस्सों में पहुंचती है। यह पूरी प्रक्रिया चार महीनों की होती है, और इस दौरान देश के अधिकतर हिस्सों में 80 फीसदी से अधिक बारिश होती है। लेकिन चूंकि सभी जगह कम दबाव का क्षेत्र एक समान नहीं बनता, इसलिए सब जगह बारिश भी एक जैसी नहीं...
More »SEARCH RESULT
बबुआ से बड़ा झुनझुना- विनोद कुमार
जनसत्ता 21 जुलाई, 2014 : आजादी के बाद हमने वयस्क मताधिकार पर आधारित भारतीय गणराज्य की स्थापना की। मूल अवधारणा यह रही कि हम एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जिसके केंद्र में रहेगा देश का नागरिक। विधायिका उसके हित में कानून बनाएगी, कार्यपालिका उन कानूनों के दायरे में नागरिकों को एक विधि-सम्मत सुशासन मुहैया कराएगी, सेना बाह्य दुश्मनों से देश की सुरक्षा की गारंटी करेगी, पुलिस नागरिकों के जान-माल की रक्षा करेगी।...
More »सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मप्र में शैक्षणिक ट्रिब्यूनल नहीं बने
ग्वालियर। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के 2 साल बाद भी प्रदेश में स्कूली शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए आर्बिट्रेशन ट्रिब्यूनल स्थापित नहीं किए जाने पर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने नाराजगी जताई है। हाईकोर्ट ने शहर के सनातन धर्म मंडल शिक्षा समिति ग्वालियर द्वारा एक विधवा शिक्षिका को बिना किसी कारण के अचानक नौकरी से हटा दिए जाने का मुकदमा उस तक पहुंचने पर इस मामले में संज्ञान...
More »कम नहीं हुआ सूखे का खतरा:जुलाई में कम बारिश, देश के 60 फीसदी इलाके में सूखे का संकट बरकरार
नई दिल्ली. पिछले हफ्ते से भारत का कई हिस्सों में मॉनसून की बारिश ने जोर पकड़ा है। महंगाई दर के हाल ही में आए आंकडे भी साल 2012 के बाद के सालों में कम रहे है लेकिन, मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ये सूखे की हालत में किसी बड़े बदलाव के बड़े संकेत नहीं हैं। हालांकि पिछले महीने जहां देश में 43 फीसदी कम बारिश हुई थी वहीं अब बारिश की...
More »दिल्ली में रोजाना पांच बलात्कार
दिल्ली में बलात्कार. लूटपाट और डकैती जैसे गंभीर अपराध तेजी से बढ़ रहे है और रोजाना औसतन पांच से अधिक बलात्कार की घटनाएं और 15 लूटपाट के मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी में गंभीर अपराधों के आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष पहले छह माह के दौरान बलात्कार की 984 घटनाएं हुई। लूटपाट की घटनाएं पिछले पूरे साल की तुलना में दुगनी से अधिक और डकैतियों का आंकड़ा भी गत...
More »