श्रमिकों के मेधावी बच्चों की शिक्षा में अब सरकार ने मदद करने का फैसला किया है। कर्मकार कल्याण बोर्ड ने नई शिक्षा सहायता योजना लांच कर दी है। इसमें श्रमिकों के मेधावी बच्चों को सौ से 5 हजार प्रति माह के हिसाब से सहायता दी जाएगी। इस बार तकनीकी और मेडिकल पढ़ाई के लिए भी बोर्ड ने अलग-अलग सहायता की धनराशि तय की है। श्रम विभाग ने कर्मकार कल्याण बोर्ड की...
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यहां साल वृक्षों में रोज छोड़ी जा रही 400 तितलियां, जानिए क्यों
जगदलपुर । बस्तरवासी कोसा को रुपए का दूसरा रूप मानते हैं इसलिए इन दिनों कुरंदी और चितापदर के साल जंगल में दो प्रगुणन केन्द्र बना कर यहां टांगे गए एक लाख कोसा से निकलने वाली तितलियों को साल वृक्षों में छोड़ रहे हैं। इन तितलियों से ग्रामीणों को लगभग पांच लाख कोसा प्राप्त होगा। जिसे बेच कर वे मोटी रकम एकत्र करेंगे। इधर अत्यधिक कोसा दोहन से विश्व प्रसिध्द रैली कोसा...
More »एक सड़क के लिए जब 300 लोग बन गए 'मांझी'
बिहार के दशरथ मांझी तो याद ही होंगे आपको, जिन्होंने पहाड़ तोड़कर सड़क बना दी थी. कुछ इससे मिलता-जुलता झारखंड में भी हुआ है. वह अलसायी-सी सुबह थी. लातेहार के शहरी इलाक़े में रहने वाले लोग अभी जगे भी नहीं थे. तभी रांची-लातेहार हाइवे से सटे केंद्रीय विद्यालय के पास ट्रैक्टर पर सवार कुछ लोग पहुंचे. फिर दूसरा ट्रैक्टर आया, फिर तीसरा, चौथा और यह गिनती बढ़ती चली गई. देखते ही देखते...
More »फसल अच्छी हुई फिर भी किसान की प्रतिदिन आय केवल 82.5 रुपए
सारंगपुर (प्रदीप जैन/अकरम अंसारी)। खेती को लाभ का धंधा बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने की बातें केवल प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के भाषणों तक सिमटी नजर आती हैं। किसानों की वास्तविक स्थिति देखें तो हालात कुछ और ही दिखाई देते हैं। वर्तमान में खेती-किसानी लाभ का धंधा तो दूर की बात आजीविका चलाने का साधन तक नहीं बन पाई है। किसानों की प्रतिदिन आय को देखकर यह अंदाजा...
More »ग्राम सभा की बात-- अनुज लुगुन
साल 2013 में ओडिशा के नियमगिरि में वेदांता के बॉक्साइट खनन के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने अपनी ओर से कोई फैसला न सुनाते हुए वहां की ग्राम सभाओं को निर्णय देने का अधिकार दिया था. यह संभवत: स्वतंत्र भारत का ऐसा ऐतिहासिक फैसला था, जिसमें आदिवासियों ने अपने निर्णय से दुनिया की एक बड़ी कंपनी को मात दिया था. यह ग्राम सभा के द्वारा संभव हुआ था. ग्राम...
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