कठुआ, वरिष्ठ संवाददाता : देश में बढ़ती आबादी से आने वाले समय में होने वाली समस्याओं को देखते हुए सरकार ने कई उपाय शुरू कर रखे है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण परिवार नियोजन कार्यक्रम है, जो पूरे देश में चलाया जा रहा है। लेकिन समाज में कुछ ऐसे भी लोग है, जिन्हें सरकार के इस कार्यक्रम से कुछ लेना देना नहीं है। वे अभी भी 12-12 बच्चे पैदा कर सरकार के कार्यक्रमों को झटका दे रहे...
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पशुओं की संख्या के आधार पर जैविक गांवों का चयन
पटना कृषि मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा ने जिला कृषि पदाधिकारियों को 18 जनवरी तक चयनित जैविक गांवों की सूची भेजने का निर्देश दिया है। जैविक गांवों के चयन का आधार पशुओं की संख्या होगी। इसका चयन जिला कृषि पदाधिकारी, आत्मा के परियोजना निदेशक व पशुपालन पदाधिकारी संयुक्त रूप से करेंगे। जैविक गांवों के चयन सम्बन्धित संचिका कृषि विभाग के मार्गदर्शन के लिए लम्बित थी। कृषि विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत ऐसे गांवों का ही चयन...
More »नैनो परियोजना क्षेत्र पर खेती शुरू
सिंगूर। पश्चिम बंगाल के सिंगूर में टाटा की लखटकिया नैनो कार परियोजना लगने से पहले ही उखड़ जाने के बाद अब वहां स्वेच्छा से जमीन देने वाले ज्यादातर किसानों ने परियोजना क्षेत्र की अपनी जमीन पर खेती फिर शुरू कर दी है। किसान काफी समय तक इस उम्मीद में अपने पारंपरिक पेशे से दूर रहे कि सिंगूर से हटने की टाटा समूह की घोषणा के मद्देनजर वहां औद्योगीकरण के लिए कोई सार्थक पहल होगी।...
More »गरीबों की झोपडि़यों में सीएफएल की रोशनी
पटना गरीबों की झोपड़ियां अब कम्प्रेस्ड फ्लोसेंट लैंप (सीएफएल) से जगमगायेंगी। केंद्र की ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले (बीपीएल) प्रत्येक परिवार के घर में सीएफल लगाये जायेंगे। बिहार राज्य विद्युत बोर्ड को आठ जिलों का विद्युतीकरण करना है। इसमें बेगूसराय, कटिहार, सुपौल, समस्तीपुर, शेखपुरा, मधेपुरा, खगड़िया, सहरसा आदि शामिल हैं। आठों जिलों के छह लाख दो हजार 564 बीपीएल परिवारों के यहां बिजली का कनेक्शन देना है। केन्द्र सरकार...
More »मध्यप्रदेश और राजस्थान में भुखमरी से मौत
गुजरे कुछ हफ्तों में भुखमरी से मौत की कम से कम दो खबरें आई हैं। एक खबर मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से है और दूसरी राजस्थान के चित्तौरगढ़ जिले से। राज्य दो हैं और वहां सरकार भी दो अलग-अलग पार्टियों- बीजेपी और कांग्रेस की है लेकिन दोनों ही जगह पीडित की स्थितियां बहुत कुछ मिलती जुलती हैं। दोनों ही जगह पीडित परिवार अपने गांव के सर्वाधिक दरिद्र परिवारों में से एक है लेकिन दोनों...
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