नई दिल्ली। मॉनसून कमजोर पड़ने की खबरों और खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कमर कस ली है। इससे निपटने के लिए बुलाई गई बैठक में प्रधानमंत्री ने आकस्मिक योजना के क्रियान्वयन में केंद्र और राज्यों के बीच नजदीकी समन्वय पर जोर दिया है। उन्होंने राज्यों से जमाखोरी और कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने व ऐसे मामलों की जल्द...
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महंगाई पर अंकुश के लिए जेटली ने दिये जमाखोरी रोकने के निर्देश
नयी दिल्ली : बढ़ती महंगाई दर से सरकार चिंतित है. कल जारी रिपोर्ट के अनुसार मुद्रास्फीति की दर अपने अधिकतम स्तर 6.01 तक पहुंच गई है. बढ़ती महंगाई दर को देखते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने राज्य सरकारों को यह निर्देश दिया है कि वे अपने प्रदेशों में जमाखोरी पर प्रतिबंध लगायें. उन्होंने इस संबंध में अपने फेसबुक पर लिखा है. आलू और मोटे अनाज आदि की कीमतों में तेजी से...
More »उचित खाद्य प्रबंधन से घटेगी महंगाई दर : राजन
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने आज कहा कि वह मुद्रास्फीति पर नजर रखे हुए है और उसे उम्मीद है कि उचित खाद्य प्रबंधन से खाद्य कीमतों में कमी में मदद मिलेगी. आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा हम मुद्रास्फीति पर निगाह रखे हुए हैं. पिछले कुछ महीनों में मुद्रास्फीति पर खाद्य कीमतों का असर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उचित खाद्य प्रबंधन से खाद्य कीमतें कम हो...
More »मौसम की अटकलों से बढ़ती दुविधा - प्रमोद भार्गव
बरसात से पूर्व मौसम विभाग द्वारा मानसून की भविष्यवाणियों में फेरबदल चिंता का सबब बन रहा है। मई की शुरुआत में सामान्य से पांच फीसद कम बारिश की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन 9 जून को औसत से सात प्रतिशत कम वर्षा का अंदेशा जताया गया। यानी आज भी हमारा मौसम विभाग सटीक भविष्यवाणी करने की स्थिति में नहीं है। इस पर चिंतित होना इसलिए लाजिमी है, क्योंकि पिछले कुछ...
More »अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था- अविनाश कुमार चंचल
दुनियाभर के पर्यावरण विशेषज्ञ 2014 को अलनीनो का साल मान रहे हैं. अगर सच में यह साल अलनीनो के प्रभावों वाला होगा, तो यह भारत सहित समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बन सकती है. भारतीय मौसम विभाग ने भी इस साल मॉनसून में कमी का अनुमान जताया है. अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नजर डाल रहा है आज का नॉलेज. पर्यावरण के गंभीर खतरों के बीच...
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