सरकार चाहती है कि देश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर हो, लेकिन वह बैंकों की सेहत सुधारने की दिशा में ठोस पहल नहीं कर रही है। मजबूत अर्थव्यवस्था की रीढ़ बैंकिंग क्षेत्र को माना गया है। अर्थव्यवस्था को बैंकों की मदद से ही संतुलित रखा जा सकता है। बैंकों की सकारात्मक भूमिका के बिना वित्तमंत्री देश के विकास के सपने को साकार नहीं कर सकते हैं। संपत्ति शोध कंपनी ‘न्यू...
More »SEARCH RESULT
बुजुर्गों का गांव बना गुजरात का चांदणकी, यहां नहीं रहते नौजवान
अहमदाबाद। आजादी के इतने सालों बाद भी पलायन देश की एक बड़ी समस्या है। रोजगार की तलाश में करोड़ों युवा शहरों का रुख करते हैं। गुजरात के सुदूर इलाकों में ऐसे कई गांव हैं, जहां युवाओं की संख्या नगण्य है। आइए आपको गुजरात के ऐसे गांव के बारे में बताते है, जहां नौजवान ही नहीं रहते। गुजरात के मेहसाणा जिले की बेचराजी तहसील में स्थित चांदणकी गांव जहां अब केवल...
More »सांसद बैस के आदर्श ग्राम गिरौद के लोग पी रहे श्मशान का पानी
रायपुर, भोलाराम सिन्हा। पूर्व केंद्रीय मंत्री व रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सात बार के सांसद रमेश बैस के गोद लिए ग्राम गिरौद के लोग श्मशानघाट का पानी पीने को मजबूर हैं। पाइप लाइन बिछाने के नाम पर गलियों को खोद दिया गया है। इसके बावजूद लोगों के घर तक पीने का साफ पानी नहीं पहुंचा है। खुदी गलियां कीचड़ से भरी हैं। बच्चों के खेलने के लिए गांव में मैदान भी...
More »किसान महापंचायत कल जुटेंगे 60 खापों के प्रतिनिधि
भिवानी, 19 अगस्त (हप्र) खेती में डाॅ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कराने की मांग को लेकर 21 अगस्त को बाढड़ा में महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उत्तरी भारत के सभी किसान व कर्मचारी संगठनों के अलावा 60 खापों के पदाधिकारियों के शामिल होने की संभावना है। 1 अगस्त से संचालित धरने पर शुक्रवार को किसान महापंचायत की तैयारियों की समीक्षा की गई। कृषिक्षेत्र के चिंतक डाॅ. दलीप सांगवान ने किसानों...
More »जातीय संरचना, अहिंसा और अंबेडकर-- अजमेर सिंह काजल
आधुनिक काल में ज्योतिबा फुले और बाबा साहेब आंबेडकर ने शासन, सत्ता और संस्कृति के विभिन्न केंद्रों में मौजूद जातीय सैद्धांतिकी को चुनौती देकर ऐतिहासिक कार्य किया। सामाजिक समानता का जो अहसास बाबा साहेब आंबेडकर को संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन में पढ़ते हुए हुआ, वह हमारे लोकजीवन में कहीं नहीं था। इसलिए शिक्षा प्राप्ति के बाद भारत वापस आने पर उन्होंने इसी लोक जीवन में व्याप्त सदियों पुरानी बीमारियों...
More »