शिमला। प्रदेश में सूर्यदेव नेप्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। वीरवार को अधिकतम तापमान ने प्रदेश के प्रमुख हिस्सों में कई साल के रिकार्ड तोड़ दिए। प्रदेशभर में वीरवार को तापमान तीन से आठ डिग्री सेंटीग्रेड सामान्य से ज्यादा रिकार्ड किया गया। सबसे अधिकतम तापमान ऊना में 44.8 डिग्री सेंटीग्रेड रिकार्ड किया गया। अधिकतम तापमान ने मंडी में 32 और शिमला में छह साल का रिकार्ड तोड़ा है, जबकि 22 साल में वीरवार को धर्मशाला...
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इस साल हो सकती है घनघोर बारिश!
दिल्ली। मानसून और मौसम विशेषज्ञों की पकड़ में ठीक ढंग से नहीं आ पाता। यह बात पहले भी कई बार साबित हो चुकी है और इस बार भी हो रही है। फिलहाल, विशेषज्ञों की ताजा राय है कि इस साल देश में मानसून के सीजन में घनघोर बारिश हो सकती है। उधर, आंध्र प्रदेश में 'लैला' के प्रकोप से अब तक 17 लोगों के मारे जाने की खबर है। एक हफ्ते पहले विशेषज्ञों का...
More »तब धरती के सीने को भट्टी बना देंगे पौधे!
मुंबई। अब तक माना जाता रहा है कि पेड़-पौधे धरती का तापमान कम रखने में मददगार हो सकते हैं। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में पाया है कि अगर वायुमंडल में कार्बन डाईआक्साइड की अधिकता हो गई तो पेड़-पौधे धरती की सतह को सीधे गर्म कर देंगे। बेंगलूर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस [आईआईएससी] के प्रोफेसर गोविंदसामी बाला ने बताया कि हाल ही में किए गए एक वैश्विक माडल अध्ययन में इस अवधारणा पर...
More »यहां सौर ऊर्जा से पकता है 6 हजार लोगों का भोजन
देहरादून। तीर्थनगरी हरिद्वार स्थित गायत्री पीठ शांतिकुंज में वैकल्पिक ऊर्जा के तहत सौर ऊर्जा से प्रतिदिन छह हजार लोगों का भोजन पकाया जा रहा है जो अपने आप में पूरी दुनिया में अनूठी मिसाल है। शांतिकुंज के व्यवस्थापक गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि विश्व में पारंपरिक ऊर्जा के तहत इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न यंत्रों और उपकरणों के माध्यम से विश्व का तापमान बढ़ रहा है जिसके मद्देनजर इस वैकल्पिक ऊर्जा को लोगों की जरूरतों...
More »गेहूँ खरीद में कमी संभव : यूएसडीए
अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में वर्ष 2010-11 में गेहूँ की खरीद 20 से 30 लाख टन घटने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष 2.54 करोड़ टन के रिकार्ड स्तर पर पहुँच गई थी। यूएसडीए ने कहा है, 'वर्ष 2010-11 के पूरे विपणन वर्ष (अप्रैल.मार्च) के दौरान खरीद अब वर्ष 2009-10 के 2.54 करोड़ टन से 20 से 30 लाख टन कम रहने की उम्मीद है जो उत्पादन की कमी...
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