वर्ष 2008 में पूरे देश भर की तरह मेघालय के जोंगक्षा गांव में भी नरेगा (अब मनरेगा) योजना लागू हुई. घपला-घोटाला भी साथा आया. नरेगा में काम करनेवालों को मजदूरी के रूप में 70 रुपये ही दिये जा रहे थे. इसके चलते नरेगा का स्थानीय भाषा में एक खास नाम पड़ गया, जिसका अर्थ होता है 70 टकिया. इस भ्रष्टाचार के खिलाफ़ कोंग फ़ातिमा मायनसोंग, कोंग एक्यूलाइन सोंनथीअंग और कोंग मतीलदा सुतिंग नामक...
More »SEARCH RESULT
राहत शिविर या शामत शिविर!- राजकुमार सोनी(तहलका)
वे गांव लौटे तो नक्सलवादियों का निशाना बन जाएंगे और यदि राहत शिविरों में रहते हैं तो उन्हें अमानवीय परिस्थितियों के बीच ही बाकी जिंदगी गुजारनी पड़ेगी. सलवा जुडूम अभियान के दौरान बस्तर के राहत शिविरों में रहने आए हजारों ग्रामीण आदिवासी आज त्रिशंकु जैसी स्थिति में फंसे हैं. राजकुमार सोनी की रिपोर्ट कोतरापाल गांव की प्रमिला कभी 15 एकड़ खेत की मालकिन थी, लेकिन गत छह साल से वह अपने...
More »असम के चाय-बागान में भुखमरी से मौत
इतिहासकार बताते हैं कि अंग्रेजीराज के समय देश के पूर्वोत्तर के चाय-बागानों में काम करने वाले मजदूर बड़ी दीन-दशा में थे, तकरीबन बंधुआ मजदूर की दशा में। आजादी के बाद, इनकी दशा कुछ सुधरी। गुजरे कुछ दशकों में देश के चाय-उद्योग ने उन सालों में भी मुनाफा कमाया जिन सालों को आर्थिक-प्रगति के लिहाज से बेहतर नहीं माना जाता। ठीक इसी कारण, असम के चाय-बागानों से आने वाली भुखमरी की...
More »गरीबों पर मेहरबान हुई सरकार
पंजाब सरकार गरीबों पर पूरी तरह से मेहरबान नजर आ रही है। प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बावजूद राज्य में एक बार फिर से नीले कार्डो पर राशन जारी कर दिया गया है। फूड व सिविल सप्लाई विभाग के मार्फत सरकार द्वारा फरवरी माह में जारी किया गया राशन कई शहरों में बांटना भी शुरू कर दिया गया है। मामले को लेकर चुनावों के दौरान कांग्रेस ने इसका...
More »राशन घोटाला : संपत्ति की जांच करेगी विजिलेंस
शिमला. करोड़ों रुपए के राशन घोटाले में विजिलेंस ने खाद्य आपूर्ति निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी है। विजिलेंस अधिकारियों ने अब इसके आगे इस पूरे मामले में पूछताछ और रिकॉर्ड जब्त करने के लिए जांच की प्लानिंग तैयार कर ली है। रुपए के दाल घोटाले में विजिलेंस ने पूछताछ का दौर शुरू कर दिया है। ब्यूरो की जांच टीम ने संदेह के घेरे में आए प्रदेश खाद्य...
More »