जनसत्ता 17 जून, 2014 : दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट गहरा रहा है। पिछले डेढ़ सौ सालों में बनीं यूरोप और उत्तरी अमेरिका की सेवाएं उनके लिए भी अत्यधिक महंगी और एकांगी साबित हो रही हैं। मकिंजी कंपनी ने अनुमान लगाया था कि अगर स्वास्थ्य-सेवाओं पर खर्च ऐसे ही बढ़ता रहा तो 2100 में अमेरिका को अपनी सकल आय का सत्तानबे फीसद और यूरोप को साठ फीसद स्वास्थ्य...
More »SEARCH RESULT
रायपुर समेत 6 जिलों में 30 फीसदी बच्चों का नहीं हुआ टीकाकरण
रायपुर (निप्र)। प्रदेश में जन्म लेने वाले प्रत्येक नवजात तक स्वास्थ्य विभाग की पहुंच नहीं है। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में 47 फीसदी प्रसव आज भी घर पर ही हो रहे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) की साल 2013-14 की रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी रायपुर समेत 6 जिले ऐसे हैं, जहां 30 फीसदी से अधिक नवजात शिशुओं को अनिवार्य टीके नहीं लग पा...
More »विकास कार्यो की जांच का जिम्मा निजी एजेंसी को
पटना : सूबे के सात सीमावर्ती जिलों में विकास कार्यो की जांच थर्ड पार्टी द्वारा करायी जायेगी. इससे पहले केंद्र के सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत कार्यो की जांच एडीएम स्तर के अधिकारी करते थे. थर्ड पार्टी कोई निजी या सार्वजनिक कंसल्टेंसी कंपनी हो सकती है. थर्ड पार्टी से जांच कराने का उद्देश्य कार्यो की गुणवत्ता व प्राक्कलन का अनुपालन की सही जानकारी हासिल करना है. वहीं बेसलाइन सर्वे के आधार पर...
More »बेटी जन्म लेने पर मिलेंगे पांच हजार, श्रम विभाग ने शुरू की योजना
रांची. राज्य सरकार मजदूरों को तीन बड़ी सौगातें देने जा रही है। अब जिस रजिस्टर्ड मजदूर के घर बेटी जन्म लेगी, सरकार की ओर से उसे पांच हजार रुपए दिए जाएंगे। मजदूरों का स्वास्थ्य बीमा किया जाएगा और असाध्य रोग के इलाज में मदद भी की जाएगी। इस योजना का लाभ एपीएल और बीपीएल परिवारों को मिलेगा। श्रम मंत्री केएन त्रिपाठी ने मंगलवार को सरस्वती लाडली योजना शुरू करने की घोषणा...
More »अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था- अविनाश कुमार चंचल
दुनियाभर के पर्यावरण विशेषज्ञ 2014 को अलनीनो का साल मान रहे हैं. अगर सच में यह साल अलनीनो के प्रभावों वाला होगा, तो यह भारत सहित समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बन सकती है. भारतीय मौसम विभाग ने भी इस साल मॉनसून में कमी का अनुमान जताया है. अलनीनो, मॉनसून और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर नजर डाल रहा है आज का नॉलेज. पर्यावरण के गंभीर खतरों के बीच...
More »